बिहार के समस्त जिलों में मनाया गया श्रमिक श्रद्धांजलि दिवस, कैंडिल जला दो मिनट का रखा मौन
फुलवारी शरीफ। शुक्रवार को भारतीय बेरोजगार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना के फुलवारी शरीफ, दानापुर सहित कई जिलों में कोरोना संकट के दौरान श्रमिकों की मौत को लेकर श्रद्धांजलि दिवस में रूप में मनाया। श्रमिक श्रद्धांजलि दिवस को सफल बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा कि लॉक डाउन में सफर कर रहे बच्चे, बुढ़े, औरतों का सड़क दुर्घटनाओं में जो दर्दनाक मौतें हुई है, उन समस्त गरीबों-श्रमिकों की आत्मा की शांति के लिए शुक्रवार को बेरोजगार पार्टी के आह्वान पर समस्त कार्यकर्ताओं ने कैंडिल जलाएं और 2 मिनट का मौन धारण किया। उन्होंने कहा कि बिहार के लगभग सभी जिलों में यह दिवस मनाया गया है।


रमेश ने बताया कि उन्होंने भारत सरकार से 12 जून को श्रमिक श्रद्धांजलि दिवस के रूप में घोषित करने की मांग भी किया है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की याद में श्रमिक श्रद्धांजलि दिवस शहर से लेकर गांव-गांव तक लोगों ने मनाते हुए कोरोना काल में हुए श्रमिकों को याद करते हुए कैंडिल जलाएं और दो मिनट का मौन भी रखा। बेरोजगार पार्टी के नेताओं ने इसे पूरी तरह से सफल बताया। मौके पर पार्टी कार्यकर्ता प्रेमानन्द रॉय, कुंदन पासवान, सुजीत कुमार ऊर्फ गोलू, विवेक कुमार, सन्नी कुमार, जितेंद्र कुमार, रौशन कुमार, आलोक कुमार, मनीष कुमार, सोनू, आशीष कुमार, गोलू कुमार, रौशन, छोटू, संतोष अन्य उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी सरकार को करनी चाहिए थी लेकिन उन्हें श्रमिकों के प्रति कोई हमदर्दी नहीं, इसलिए वे वोट बैंक के लिए वर्चुअल रैली पर ध्यान दे रही। रमेश ने सरकार से मांग की है कि दिवंगत हुए श्रमिकों के सम्मान के लिए 12 जून को श्रमिक श्रद्धांजलि दिवस के रूप में घोषित किया जाए।

