बिहार का मुंगेर बना कोरोना का हॉटस्पॉट, बरती जा रही सख्ती

मुंगेर। बिहार का मुंगेर जिला कोरोना का हॉटस्पॉट बन कर उभरा है। जिला में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव तथा आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए लॉकडाउन का अनुपालन सख्ती से कराया जा रहा है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस के द्वारा कार्रवाई भी की जा रही है। मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने बताया कि लॉक डाउन की अवधि में 24 मार्च से अब तक कुल 1,79,077 गाड़ियों की जांच की गई है। जबकि 1537 वाहनों पर जुर्माना किया गया है तथा 17,60,450 रूपए बतौर जुर्माना वसूल किए गए हैं। वहीं 345 वाहनों को जप्त कर वाहन मालिकों पर एफआईआर भी किया गया है। मुंगेर जिला में लॉक डाउन उल्लंघन के 31 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 350 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। बता दें मुंगेर जिला का जमालपुर इलाका नया हॉटस्पॉट के तौर पर सामने आया है, जहां पर्याप्त संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। 5 किलोमीटर के दायरे को सील कर जिला सशस्त्र बल के अलावा बीएमपी, होमगार्ड, रैफ की तैनाती हुई है। रेल पुलिस जिला जमालपुर से भी रेल पुलिस के जवान और अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। सासाराम से बीएमपी की महिला बटालियन के 50 जवानों को भी तैनात किया गया है। मुंगेर पुलिस द्वारा 16 क्विक रिस्पांस टीम बनाई गई है। 22 टाइगर मोबाइल का दस्ता लगातार सड़कों पर पेट्रोलिंग में है। ड्रोन सर्विलांस भी किया गया है। सोशल मीडिया की लगातार निगरानी की जा रही है। एसपी लिपि सिंह नेे बताया कि जिला में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है तथा वरीय पदाधिकारियों के आदेश पर मास्क पहनना हर हाल में जरूरी है। पुलिस की गश्ती गाड़ियां भी माइकिंग के जरिए तथा दूसरे तरीकों से लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित कर रही है। जो लोग बिना मास्क के पकड़े जा रहे हैं, उन्हें पुलिस द्वारा पहले मास्क दिया जा रहा है तथा उन्हें हमेशा मास्क लगाने की कड़ी हिदायत भी दी जा रही है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात है कि जमालपुर में हर घर में सर्वेक्षण का काम स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है। आशा की कार्यकर्ताएं, स्वास्थ्य विभाग कर्मी घर-घर जाकर सर्वेक्षण कार्य कर रहे हैं। आम जनता से अपील है कि स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग करें तथा उनके द्वारा मांगी गई हर जानकारियों को मुहैया कराएं। यदि स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लोग सहयोग नहीं करेंगे और उनके साथ किसी प्रकार की कोई बेअदबी की जाएगी तो इसे किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा तथा कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं जमालपुर में हॉटस्पॉट एरिया में जमालपुर थाना के सहयोग के लिए एक अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है। संग्रामपुर थानाध्यक्ष को हॉटस्पॉट एरिया में संदिग्ध लोगों की पहचान करने तथा उन्हें मेडिकल टीम और जिला प्रशासन की टीम के साथ मिलकर क्वॉरेंटाइन कराने की जिम्मेवारी दी गई है। स्पेशल इंटेलिजेंस यूनिट को भी इस काम में लगाया गया है जो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोग कर लोगों को कवारंटाइन करा रही है।
