बिहार का कुख्यात इनामी गैंगस्टर आदित्य तिवारी दिल्ली में गिरफ्तार, 16 मामलों में है वांछित

CENTRAL DESK :  दिल्ली पुलिस के सहयोग से बिहार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पटना व गोपालगंज समेत आसपास के जिले में हत्या, लूटपाट, डकैती, रंगदारी मांगने व हत्या के प्रयास के 16 मामलों में वांछित 24 वर्षीय कुख्यात इनामी गैंगस्टर आदित्य तिवारी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। बिहार पुलिस की तरफ से इस पर 50 हजार का इनाम था। आदित्य गोपालगंज जिले का रहने वाला है। इसकी गिरफ्तारी से लोगों ने राहत की सांस ली है।
बताया जाता है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बिहार पुलिस के साथ मिलकर कुख्यात गैंगस्टर आदित्य तिवारी को रजोकरी फ्लाईओवर, गुरुग्राम-कापसहेड़ा लिंक रोड से गिरफ्तार किया है। इसके पास से एक सेमी आटोमेटिक पिस्टल व पांच कारतूस बरामद किए गए हैं।
डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक, आदित्य तिवारी के खिलाफ बिहार में हत्या, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले, लूटपाट, डकैती, फिरौती के लिए अपहरण व रंगदारी मांगने के 26 मामले दर्ज हैं, जिनमें 16 मामले को इसने पांच महीने में अंजाम दिया था। उक्त मामलों में इसकी तलाश की जा रही थी। पांच महीना पहले आदित्य व मनीष ने गोपालगंज के एक अस्पताल मालिक से 20 लाख रंगदारी मांगी थी। रंगदारी देने से डाक्टर ने मना कर दिया था और पुलिस में शिकायत करा दी थी। अनहोनी को देखते हुए एसपी गोपालगंज ने डाक्टर को सुरक्षा प्रदान कर दी गई थी। इसके बावजूद आदित्य व मनीष ने अपने गुर्गे के साथ दिनदहाड़े अस्पताल पर धाबा बोल दिया था।
पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में एके-47 व कार्बाइन से अंधाधुंध गोलियां चला 4 हेंडग्रेनेड भी फेंके थे। उक्त घटना के बाद बिहार पुलिस ने जब इस पर दबाव बनाना शुरू किया तब दोनों बिहार छोड़ने में ही अपनी भलाई समझी और दिल्ली में रहकर अपराध को संचालित करने लगे। ये बिहार के व्यापारियों व अमीर लोगों को वायस मैसेज भेजकर उन्हें धमकी देकर रंगदारी की मांग कर रहे थे। इसने गोपालगंज में खुद एक अस्पताल खोल रखा है। भोपाल के एक नामी इंस्टीट्यूट से यह मेडिकल की डिग्री लेना चाह रहा है।
इस बीच बीते एक जनवरी को बिहार पुलिस के एसआई दिनेश कुमार यादव ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना दी कि आदित्य दिल्ली में छिपा हुआ है। एसीपी अतर सिंह व इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में एसआइ राजेश, निशांत व एएसआइ संजीव की टीम ने इसे खोजना शुरू किया। रजोकरी फ्लाई ओवर से इसे उस समय दबोच लिया गया जब यह किसी साथी से मिलने वहां आया था। जांच से पता चला कि आदित्य तिवारी मनीष के साथ मिलकर बिहार में लंबे समय से उगाही का रैकेट चला रहा है।

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