बिहार और यूपी सीमा पर लगा प्रवासी मजदूरों का भारी जमावड़ा, स्क्रीनिंग शुरू

पटना। पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। इस बीच बाहर से वापस अपने प्रदेश बिहार हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर आ रहे है। लेकिन बिहार सरकार ने साफ तौर पर कह दिया है कि बाहर से आने वालों को जांच के बिना प्रदेश में किसी हाल में एंट्री नहीं दी जाएगी। बिहार से लगे सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। वहीं बिहार में बाहर के राज्यों से आए और विदेश से आनेवाले बिहारियों की स्क्रीनिंग शुरू हो चुकी है। 18 से 23 मार्च तक बिहार में बाहर से आनेवाले लोगो की स्क्रीनिंग शुरू हो गई है। 22 और 23 मार्च को बिहार आनेवाले लोगों की स्क्रीनिंग हो रही है। कल 20 और 21 मार्च को बिहार आने वालों की स्क्रीनिंग होगी। वहीं बिहार और यूपी सीमा पर लोगों का भारी जमावड़ा लगा हुआ है। कैमूर से लेकर बक्सर तक लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। जिला प्रशासन की टीम मौके पर तैनात है।
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह यूपी से 8 बसों से गोपालगंज जिले में सैकड़ों लोगों ने प्रवेश किया। इन सभी लोगों को आपदा शिविर में आइसोलेट किया गया है। पैदल, साइकिल और जुगाड़ गाड़ी से भी लोग अपने गांव-घर लौट रहे हैं। उन सभी लोगों को भर्ती कैंप में कराया जा रहा है। लोगों ने घर जाने की इच्छा व्यक्त की जिसे प्रशासन ने सख्ती से मना कर दिया है। बाहर से आए बिहार में प्रवेश करने वालों को 14 दिनों तक कैंप में रखा जाएगा।
वहीं सीवान जिले में गोरखपुर के बाद अब सिवान-यूपी बॉर्डर (गुठनी के श्रीकलपुर) पर अब प्रवासी लोगों की भीड़ एकत्रित होने लगी है। शनिवार रात से लगातार बाहरी लोगों के आने का सिलसिला जारी है। किसी को ट्रक, तो किसी को मैजिक वैन से उनके जिलों में भेजने की तैयारी चल रही है। अभी कम से कम 5 किलोमीटर तक हजारों लोग बिहार में प्रवेश के इंतजार में हैं, लेकिन प्रशासन का साफ कहना है कि सबको राहत केंद्र में अभी रहना होगा।
डीजीपी बोले, लॉक डाउन का मतलब लॉकडाउन ही होता है
वहीं, बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी कहा है कि लॉक डाउन का मतलब लॉकडाउन ही होता है, ऐसे में लोगों के बिहार पहुंचने का सिलसिला जारी रहना दुर्भाग्यपूर्ण है, जो यहां पहुंच रहे हैं उनके लिए हमलोगों ने तैयारी कर ली है। हमने हर जिले के लिए 3 से 5 हजार तक लोगों के रहने और ठहरने के साथ साथ खाने की व्यवस्था की है।
बॉर्डर पर ही ठहरने की व्यवस्था : गृह सचिव
बिहार के गृह सचिव आमिर सुबहानी ने कहा है कि कुछ लोग बसों से बिहार के बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं और कुछ रास्ते में हैं, हमने उनके लिए बॉर्डर पर ही ठहरने की व्यवस्था की है। उनका इलाज भी वहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम लॉक डाउन को आखिरी तारीख तक सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं और इस दौरान बिहार में किसी को आने की इजाजत नहीं होगी।
