December 11, 2025

बिहार : एंटीजन टेस्टिंग अब टारगेट बेस्ड नहीं, बल्कि डिमांड बेस्ड होगा

इस सप्ताह के अंत तक प्रारंभ हो जायेगी सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आन डिमांड एंटीजन टेस्टिंग की सुविधा 


पटना। वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से मीडिया को संबोधित करते हुए सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह और अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई है, जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि एंटीजन टेस्टिंग अब टारगेट बेस्ड नहीं होगा बल्कि यह डिमांड बेस्ड होगा। आज से सभी अनुमंडल अस्पतालों में आॅन डिमांड एंटीजन टेस्टिंग की सुविधा प्रारंभ हो गयी है और स्वास्थ्य विभाग को यह लक्ष्य दिया गया है कि इस सप्ताह के अंत तक सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आन डिमांड एंटीजन टेस्टिंग की सुविधा शुरू हो जाये ताकि सिम्टोमैटिक लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर अपनी इच्छानुसार टेस्टिंग करा सकें। उन्होंने बताया कि कोविड-19 को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है और इसमें अब प्राइवेट सेक्टर को भी शामिल किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में प्राधिकृत किया गया है ताकि वे अपने जिले के स्वास्थ्य संस्थान में कोविड-19 से संबंधित इलाज और अन्य कार्यों की व्यवस्था सुनिश्चित करा सकें। सचिव ने बताया कि कोविड केयर सेंटर्स और कोविड हेल्थ सेंटर्स में सभी सुविधाएं निर्बाध रूप से फंक्शनल रहे, इसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है। यदि किसी व्यक्ति में गंभीर लक्ष्ण पाए जायेंगे तो उन्हें डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल्स में रेफर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 का जो ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल है, इससे संबंधित ट्रेनिंग पुन: चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ्स को कराने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को बेड्स की संख्या और अधिक बढ़ाने के लिए कहा गया है। अधिकांश लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं इसलिए लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। जो लोग पॉजिटिव पाए गये हैं लेकिन उनमें लक्षण नहीं हैं, उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों का लगातार अनुश्रवण भी किया जा रहा है। सभी अस्पतालों में एक सपोर्ट टीम की तैनाती की गयी है ताकि वहां की व्यवस्था और प्रबंधन ठीक रहे और लोगों की शिकायतों का त्वरित निवारण किया जा सके।
सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी किये जा रहे हैं, जिसके माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है कि लोग फोन के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी सलाह ले सकें। कई जिलों में टेली मेडिकल काउंसिलिंग भी प्रारंभ की गयी है। हॉस्पिटल्स में मे आई हेल्प यू बूथ या प्रॉपर रिसेप्शन प्वाईंट की स्थापना कराने का भी आज निर्णय लिया गया है ताकि लोगों को जानकारी प्राप्त करने में या अपनी बात कहने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी। श्री कुमार ने बताया कि गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए 23 लाख 38 हजार 990 नये राशन कार्ड बने हैं। इनमें से अब तक 20 लाख 79 हजार राशन कार्ड वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 55 हजार 738 से अधिक योजनाओं के अंतर्गत 11 करोड़ 32 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।
अन्य छह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में भी एक अलग ब्लॉक चिन्हित
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से पिछले 24 घंटे में 1,206 लोग स्वस्थ हुए हैं। अब तक 18,741 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं और इस प्रकार बिहार का रिकवरी रेट 65.61 प्रतिशत है। 20 जुलाई से अब तक कोविड-19 के 431 मामले प्रतिवेदित हुए हैं, जबकि 19 जुलाई एवं पूर्व के 678 कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 9,624 एक्टिव मरीज हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 10,303 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक किये गये कुल जांच की संख्या 3,98,929 है।
उन्होंने बताया कि अब एक नयी व्यवस्था शुरू की गयी है। एएनएमसीएच गया, जेएलएनएमसीएच भागलपुर एवं एनएमसीएच, पटना पहले से ही डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पताल घोषित हैं। इसके अलावा अन्य छह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में भी एक अलग ब्लॉक चिन्हित करके उसमें आॅक्सीजन के साथ 100 बेड्स की व्यवस्था की गयी है और इन अस्पतालों से जिलों को जोड़ दिया गया है कि किस जिले का मरीज किस अस्पताल में अपना इलाज करा सकेंगे। इससे रेफरल की व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी और प्रबंधकीय समस्या भी नहीं होगी। सरकार द्वारा सभी मेडिकल कॉलेजों के अनुश्रवण की जिम्मेदारी प्रमंडलीय आयुक्त को सौंपी गयी है। उन्होंने बताया कि अब जो माइल्ड और मोडरेट केसेज होंगे, जिनको आॅक्सीजन सपोर्ट की भी जरूरत पड़ेगी, उनका इलाज अब अनुमंडलीय अस्पताल में किया जाएगा ताकि मेडिकल कॉलेज पर दबाव कम हो सके।
1 जुलाई से अब तक 20 कांड दर्ज, 17 व्यक्तियों की गिरफ्तारी
अपर पुलिस महानिदेशक जितेन्द्र कुमार ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 05 कांड दर्ज किया गया है और 03 व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी हुई है। इस दौरान 665 वाहन जब्त किये गये हैं और 17 लाख 04 हजार 850 रुपए की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। इस प्रकार 1 जुलाई से अब तक 20 कांड दर्ज किये गये हैं और 17 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 16,105 वाहन जब्त किए गए हैं और 03 करोड़ 82 लाख 37 हजार 815 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 6,326 व्यक्तियों से 03 लाख 16 हजार 30 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। इस प्रकार 05 जुलाई से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 72,297 व्यक्तियों से 36 लाख 08 हजार 980 रुपए की जुमार्ना राशि वसूल की गयी है।

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