बिल्डिंग निर्माण में लगे 80 मजदूरों को नहीं मिली बस, लखनऊ और आसपास के रहने वाले हैं मजदूर

फुलवारी शरीफ। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच मजदूरों के पलायन का सिलसिला लगातार जारी है। ऐसे में दानापुर के शिवाला मोड़ के पास एक बिल्डिंग निर्माण में काम कर रहे करीब अस्सी मजदूरों को यूपी जाने के लिए मीठापुर बस स्टैंड जाना पड़ा। जहां बस नही मिलने की स्थिति में वापस पैदल ही लौटना पड़ा। अनीसाबाद मोड़ के पास गर्दनीबाग पुलिस ने जब देखा कि भरी दुपहरी में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों के साथ मजदूरों का दल आ रहा है तो पुलिस ऑफिसर अरविंद कुमार गौतम रविशंकर की टीम ने उन्हें खाना और पानी के पैकेट्स दिए। सड़क किनारे सब मजदूरों को छाया में बिठाकर खाना खिलाया गया और उन्हें वापस शिवाला जाने की जानकारी ली। महिलाओं और मजदूरों ने पुलिस के इस नेक कार्य की खूब सराहना की और कहा कि पहले पुलिस को ऐसे गरीब की मदद करते नही देखा था। हमलोग तो पुलिस को देख कर डर ही गए थे।

आगरा से पटना पैदल पहुंच गए दो मजदूर
फुलवारी शरीफ । यूपी के आगरा में कमाने गए बिहार के कई मजदूरों का दल लॉक डाउन के चलते पैदल ही बिहार के लिए चल पड़े। ऐसे में दो मजदूर फुलवारी होते हुए अनीसाबाद गोलंबर पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें पूछताछ की तो मीलों का सफर पैदल तय कर पहुंचे मजदूरों के मुंह से काफी देर तक एक शब्द नहीं निकला। गर्दनीबाग थाना की पुलिस ने पहले दोनों को पुलिस पोस्ट के पास ठंड़ाया औऱ पानी पिलाकर आराम से बातचीत की। पुलिस की आत्मीयता देख मजदूरों की आंखे बरस पड़ी। मजदूरों ने बताया कि उनके साथ कई लोग बोरा पलदारी उठाने का काम आगरा में कर रहे थे। लॉक डाउन की घोषणा के बाद साहूकारों ने उन्हें अपने घर जाने का अल्टीमेटम दे डाला तो वे लोग पैदल ही चल दिये। अनीसाबाद में खाना पानी जब पुलिस ने दिया तो कहा कि फुलवारी में पुलिस ने उन्हें खाना पानी दिया है तो उसके बाद पुलिस ने उन्हें पटना हाई स्कूल में आइसोलेशन सेंटर पर जाकर जांच कराने को भेज दिया।