बाहर से बिहार आए लोगों की बिना जांच एंट्री नहीं, 14 दिनों तक कैंप में रखा जाएगा
पटना। पूरे देश में लॉकडाउन के बीच बाहर से वापस अपने प्रदेश आ रहे लोगों ने सरकार की नींद उड़ा दी है। इन्हीं भीड़ से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया और लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का सख्त निर्देश दिया गया है। इस बीच बिहार से बड़ी खबर सामने आयी है। केंद्र द्वारा राज्य सरकारों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के निर्देश के बाद बिहार सरकार ने साफ तौर पर कह दिया है कि बाहर से आने वालों को जांच के बिना प्रदेश में किसी हाल में एंट्री नहीं दी जाएगी, साथ ही बिहार से लगे सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। सीमाओं पर राहत कैंप बनाए गए हैं, जिनमें लोगों के ठहरने, खाने-पीने और चिकित्सा की पूरी व्यवस्था की गई है। इन सभी लोगों की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा। बता दें कि यूपी सरकार ने बसों से दिल्ली और एनसीआर में रह रहे लोगों को बिहार पहुंचाने की बात कही थी, जिसका बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विरोध किया था और कहा था कि इस तरह प्रधानमंत्री का लगाए गए लॉकडाउन असफल हो जाएगी।
इधर, बिहार इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम के साथ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बैठक की। जिसके बाद दूसरे राज्यों से आने वाले कामगारों को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। कहा गया है कि बिहार के बॉर्डर पर ही सभी लोगों के लिए व्यवस्था होगी और इसके साथ ही देश-प्रदेश से आने वालों की स्क्रीनिंग होगी।


