बजट सत्र के 5वें दिन की कार्यवाही स्थगित : विधानसभा के अंदर और बाहर विपक्ष का हंगामा, तेजस्वी ने मुकेश सहनी को कहा रिचार्ज कूपन

पटना। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के 5वें दिन की कार्यवाही 4:30 बजे स्थगित हो गई। सदन के अंदर और बाहर विपक्ष ने प्रदर्शन किया। पहले सत्र में माले के विधायक वेल में पहुंच सचिवालय इंस्पेक्टर को, जिसने महबूब आलम से बदतमीजी की थी, उसको बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे। तेजस्वी यादव ने भी कहा कि कल जो घटना हुई है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है। मेरे आवास पर भी इसी अधिकारी ने बदसलूकी की थी। विधानसभा अध्यक्ष ने खुद इस पूरे मामले की वीडियो फुटेज देखकर विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने का आश्वासन सदस्यों को दिया। इससे पूर्व बिहार विधान परिषद परिसर में विपक्ष ने नारेबाजी किया। शराब माफिया द्वारा दारोगा की हत्या, गैस के मूल्य में बढ़ोतरी पर नारेबाजी की गई। राजद पार्षद ने सीतामढ़ी मामले में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया। सदन शुरू होते ही विपक्ष के नेता मंत्री मदन सहनी की असंसदीय भाषा का विरोध करने लगे। वे प्रश्नोत्तर से पहले मंत्री को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े थे। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने विपक्ष से सदन चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस तरह का व्यवहार आगे कभी नहीं होगा। सरकार के आश्वासन के बाद गतिरोध समाप्त हुआ।

तेजस्वी ने लगाया आरोप
इसके बाद दोपहर 2 बजे फिर से शुरू हुई सदन की कार्यवाही में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार पर सौतेलेपन का व्यवहार करने का आरोप लगाया। 15 साल में 65 घोटाले की बात कही। वहीं मुकेश सहनी को कहा, आप मत बोलिए। आप तो रिचार्ज कूपन हैं। तेजस्वी ने बजट सत्र में कहा कि अटल जी का मान-सम्मान है। हम उन्हें याद करते हैं। मेरी माता ने आंचल फैलाकर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा उनसे मांगा था। लेकिन, नीतीश कुमार ने उसे कैंसिल करवाया। आंध्रा को सेंट्रल ग्रांट बिहार से बहुत ज्यादा मिला, लेकिन बिहार को नहीं दिए गए। उन्होंने शायराना अंदाज में नीतीश कुमार से कहा- मुझ में हजार खामियां है माफ कीजिए, कभी खुद भी अपना आइना साफ कीजिए।
तू करले हिसाब अपने हिसाब से…
तेजस्वी ने कहा कि प्रति व्यक्ति औसत जीडीपी देश में सबसे कम है। बिहार में बिजली सबसे महंगी है। उन्होंने नीतीश कुमार से कहा कि 2003 में इलेक्ट्रीसिटी एक्ट बना, उस समय आप केंद्र में थे। बिहार की जनता सबसे महंगी बिजली खरीद रही और उनका कंजंप्शन है नहीं। उन्होंने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे कास्ट सेन्सस की बात कर रहे हैं, ताकि सबको पता चले कि किस जाति के कितने लोग हैं। तर्क देते हैं कि उनके हिसाब से उनके लिए बजट बनाया जाएगा। कुल बजट का पिछड़े लोगों के लिए बजट एक परसेंट भी नहीं है। उन्होंने इसके बाद एक शेर भी पढ़ा-तू करले हिसाब अपने हिसाब से, जनता लेगी हिसाब अपने हिसाब से।
झूठ का बादल एक दिन जरूर छंटेगा
तेजस्वी ने कहा कि लालू जी थे, तब रेल का कारखाना दिया। गरीबों के लिए गरीब रथ दिए गए। आज क्या हो रहा है। उन्होंने सब से पूछा कि आप बताइए, क्या एक भी कोई कारखाना नहीं मिला। फिर शायराना अंदाज में बोले-झूठ का बादल एक दिन जरूर छंटेगा।
मुकेश सहनी को कहा रिचार्ज कूपन
तेजस्वी ने कहा कि गजट में बिहार में तालाबों की संख्या 2 लाख 95 हजार थी। राजधानी में 1000 तालाब थे। बिहार में तालाबों की हत्या हो गई। तेजस्वी ने कहा कि मंत्रियों की संख्या भाजपा में ज्यादा, लेकिन बजट कम। उन्होंने मुकेश सहनी को कहा कि आप मत बोलिए। आप तो रिचार्ज कूपन हैं। अगली बार आपको पता है कि आप अगली बार रिचार्ज होंगे कि नहीं?
अब घर पहुंच रही है शराब
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 15 साल में 65 घोटाले हुए। 40 हजार करोड़ का घोटाला हुआ। आप उसको रिकवर कैसे कीजिएगा? शराबबंदी पर हमने आपका साथ दिया था, लेकिन क्या हुआ? शराबबंदी करने के बाद उसके पैरेलल मार्केट बन गया है। 200 रुपए की शराब 1500 का बिक रही है। पहले जाकर मिलता था, अब घर पहुंच रही है।