पटना पुलिस ने फेल किया प्लान : कोलकाता के कारोबारी को डोनेशन के बहाने दिखाना था स्कूल या हकीकत कुछ और

पटना। शनिवार को यह खबर मीडिया में तेजी से फैली की पटना पुलिस ने नक्सल इलाकों में रहने वाले 6 संदिग्धों को राजधानी पटना के एक होटल से हिरासत में लिया है। उनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं। इस खबर के बाद सभी के कान खड़े हो गए। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे मामला कुछ सामने आते जा रहा है।
पुलिसिया जांच में पता चला है कि कोलकाता में कपड़ा का कारोबार करने वाले अमित कुमार सिन्हा को स्कूल दिखाने और उनसे डोनेशन लेने के लिए पटना बुलाया गया था। इसके लिए अमित फ्लाईट से शुक्रवार की शाम पटना पहुंचे थे। फ्लाइट से उतरने के बाद लग्जरी कार से रिसीव किया। वही उसे लेकर गांधी मैदान स्थित हथुआ ट्वीन टावर के बेसमेंट में चलने वाले होटल पल्लवी इंटरनेशनल के कमरा नंबर 601 में ठहराया गया था। बाकी लोग अमित से मिलने आज सुबह आए थे। कारोबारी और उनका परिवार पिछले कई सालों से कोलकाता में रह रहे हैं, लेकिन ये सभी मूल रूप से बिहार के ही सारण जिले के रहने वाले हैं। शनिवार को मिलने पहुंचे ये सभी कारोबारी को लग्जरी गाड़ी में बैठाकर पटना से मुंगेर के धरहरा में स्कूल दिखाने ले जाने वाले थे। आशंका व्यक्त की जा रही है कि कारोबारी का अपहरण कर ये लोग रिहाई के बदले परिवार से मोटी रकम वसूलते।


बता दें पटना पुलिस को सुबह 9 बजे ही इन लोगों के मूवमेंट की खबर मिली थी, जिसके बाद से इन सबों पर नजर रखी जा रही थी। जब गांधी मैदान थाना की पुलिस टीम ने होटल में छापेमारी की। कमरा नंबर 601 में बैठे सभी 6 लोगों को अपने कब्जे में लिया। इनके दो लग्जरी गाड़ियों और उनके ड्राइवर को भी पकड़ा। जब गांधी मैदान थाना के थानेदार रंजीत वत्स ने खुद से इनकी गाड़ियों को खंगाला तो स्कॉर्पियों के अंदर से एक देसी कट्टा बरामद हुआ। हालांकि कारोबारी के किडनैपिंग की प्लानिंग से जुड़े सवाल पर पटना पुलिस के अधिकारी अभी कुछ भी खुल कर नहीं बोल रहे हैं। वो अभी इस प्वाइंट पर जांच कर रहे हैं। हिरासत में लिए गए 4 लोग बिहार के ही विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं, जबकि एक झारखंड का निवासी है। सभी की उम्र 40-50 वर्ष के बीच है। हालांकि पुलिस ने स्कॉर्पियों से आए चार लोग ठकुरी भुइयां, अकुल मांझी, मुकेश प्रसाद और जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। क्योंकि इनकी गाड़ी से देसी कट्टा बरामद हुआ था, जिसे नवादा के हिसुआ से भाड़ा पर लिया गया था। इस मामले में कई प्वाइंट्स पर पुलिस की जांच अभी चल रही है। साथ ही कारोबारी समेत सभी 8 लोगों की हिस्ट्री खंगाल रही है।
कारोबारी समेत कुल 8 लोगों को लाया गया थाना
सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी के मुताबिक, पटना पुलिस को गांधी मैदान इलाके में एक गाड़ी से हथियार के साथ मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसी के आधार पर पुलिस ने आगे की जांच की और होटल तक पहुंची। दूसरी तरफ थानेदार की मानें तो जब पुलिस टीम होटल के कमरे में पहुंची तो वहां कुल 6 लोग मौजूद थे। एक कारोबारी से 5 लोग मिलने पहुंचे थे। मौके पर जब पूछताछ हुई तो सभी ने खुद को मुसहर समाज के एक संगठन का सदस्य बताया। पटना और मुंगेर के धरहरा में चल रहे समाज के स्कूल के लिए डोनेशन के बारे में बताया। कारोबारी से एक लाख रुपया डोनेशन मिलना था, लेकिन रुपया देने से पहले कारोबारी स्कूल देखने के लिए जाने वाला था। इन बातों का जानकर टीम होटल से बाहर निकल गई। जब बाहर खड़े स्कॉर्पियो पर नजर पड़ी तो उसे खंगाला गया। उसी के अंदर से एक देसी कट्टा और गोली बरामद हुआ। इसके बाद ही कारोबारी अमित कुमार सिन्हा, इनसे मिलने आए झारखंड के चतरा के ठकुरी भुइयां, नवादा के अब्दालपुर के अकुल मांझी, नवादा के ही मुकेश प्रसाद, गया इमामगंज के जितेंद्र कुमार, स्कॉर्पियो का ड्राइवर व नवादा के हिसुआ का रहने वाला प्रदीप कुमार, कार (बीआर01पीके-5830) का ड्राइवर और मुंगेर के खजुरिया का रहने वाला ज्ञानेंद्र कुमार सहित 8 लोगों को थाना लाया गया। एक-एक कर सभी से पूछताछ की गई।

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