फुलवारी में ट्रेड यूनियनों का भारत बंद का रहा मिला जुला असर

फुलवारी शरीफ। ट्रेड यूनियनों, वामपंथी दलों भाकपा माले, सीपीआई के साथ सुधा डेयरी कामगार, नालंदा बिस्कुट कंपनी, एक्टू के नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा कई मांगों को लेकर भारत बंद का मिलाजुला असर फुलवारी शरीफ और संपतचक में देखने को मिला। फुलवारी शरीफ में इसोपुर, चुनौटी कुंआ, सदर पेठिया प्रखंड कार्यालय, टमटम पड़ाव, इमारत शरिया होते हुए प्रदर्शन जुलुस शहीद भगत सिंह चौक पहुंचा। चौक पर सभा को संबोधित करटे हुए वक्ताओं ने केन्द्र सरकार की गलत नीतियों, मजदूर विरोधी नीतियों और सीएए, एनआरसी व एनपीआर जैसे काला कानून के खिलाफ जनता को जागरूक करने का आह्वान किया। आगे कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। देश के मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है, किसानों को उचित दाम का बाजार नहीं मिल मिल रहा है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाओं से लोगों को महरूम किया जा रहा है। आज देश पूंजीवाद की चपेट में आकर कराह रहा है, कल कारखाने बंद हो रहे हैं। नेताओं ने कहा कि सरकार जनहित में ऐसे नीतियों को बंद करे अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा। शहर में प्रदर्शन में शामिल माले नेता गुरुदेव दास, सीपीआई के महेश रजक, कामरेड गोरख, मो. सफिक भाई, अनिल कुमार, मनरेगा मजदूर, रंजन दास नीजी वाहन चलक संघ के सचिव रंजीत कुमार, दूध फैक्ट्री नालंदा बिस्कुट फैक्ट्री यूनियन कि सूरजदेव सिंह सहित अन्य शामिल रहे। वही संपतचक में माले नेता सत्यानंद कुमार के नेतृत्व में केंद्र सरकार की गलत और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इसमें रामश्रृंगार पासवान, हृदयनारायण राय, रासमणि देवी, छेछन राम सहित अन्य मौजूद रहे।

About Post Author

You may have missed