पढ़े पूरी खबर, कैसे प्रेमिका ने तैयार किया मर्डर का प्लान, मोबाइल बना तुरूप का पत्ता

अरवल। 8 माह बाद अरवल पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा कर लिया है। इस मामले को काफी सुनियोजित तरीके से प्रेमिका ने अंजाम दिया था। इस मामले में एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि अन्य दो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सुराग लगा रही है।
अरवल के तेलपा थाना की पुलिस ने अपने प्रेमी और जीजा के साथ मिलकर एक अन्य प्रेमी की हत्या करने एवं वारदात को सड़क हादसे का रूप दिये जाने के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने में शामिल जीजा करपी थाना के संतोषी बिगहा निवासी फुलेंद्र यादव (पिता राजाराम यादव) को गिरफ्तार किया गया है।
इस खुलासे की जानकारी देते हुए डीएसपी शशिभूषण सिंह ने बताया कि 3 जून 2019 को शहर तेलपा ओपी को रात में सूचना मिला कि आजाद नगर के पास सड़क किनारे एक मोटरसाइकिल के साथ युवक का शव पड़ा हुआ है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तब तक युवक की मौत हो चुकी थी। इसके बाद युवक के शव को पुलिस तेलपा शहर ले आयी। जहां उसका पहचान संजय कुमार उर्फ गुड्डू पिता दिनेश्वर राम साकिम, थाना गोह जिला औरंगाबाद के रूप में की गयी। इस घटना की प्राथमिकी सड़क दुर्घटना मान कर करपी थाना कांड संख्या 103/19 के तहत दर्ज किया गया। लेकिन, शव को जिस हालत में बरामद किया गया था उससे पुलिस को सड़क दुर्घटना की घटना पर संदेह हो रहा था। क्योंकि युवक के सर के अलावा कहीं चोट नहीं था। जबकि जिस मोटरसाइकिल के साथ शव बरामद किया गया था, उसमें खरोंच भी नहीं आया था। आमतौर पर पुलिस यह मान कर चलती है कि सड़क दुर्घटना में जितना चोट सवार को लगता, उतना ही नुकसान मोटरसाइकिल को भी पहुंचता है। इसलिए इस मामले को संदिग्ध मानकर वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू किया गया। सबसे पहले जिस जगह पर शव बरामद किया गया था, वहां से घटना के दिन का मोबाइल टावर का लोकेशन लिया गया। जिसमें कई लोगों से पूछताछ किया गया, लेकिन एक ही समय में उस जगह पर चार लोगों का मोबाइल टावर का लोकेशन मिला। जिस पर संदेह हुआ। इसमें से एक मोबाइल मृतक का था। जबकि, तीन अन्य मोबाइल दूसरे का था। पुलिस ने जब इन तीनों से पूछताछ करना शुरू किया तो इन लोगों ने जो बताया उसमें भी विरोधाभास था। इसके बाद पुलिस इन लोगों की गतिविधियों पर पर नजर रखना शुरू किया। जब पूरी तरह से यह स्पष्ट हो गया कि इन्हीं लोगों ने हत्या कर सड़क दुर्घटना का रूप देकर शव को फेंका है, तब फुलेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया। जिसने सारे राज पुलिस के सामने उगल दिया।
डीएसपी ने बताया कि संजय कुमार उर्फ गुड्डू गोह के रहने वाली एक लड़की से प्यार करता था। उसी लड़की से गोह के दुर्गा यादव (पिता मोहन यादव) भी प्यार करता था। दुर्गा यादव और संजय आपस में दोस्त थे। दुर्गा ने ही लड़की से संजय का परिचय कराया था। पूछताछ में फुलेंद्र ने बताया कि दुर्गा संजय से पांच हजार लिया था। इसके बदले दुर्गा ने अपनी प्रेमिका से संजय को जबरदस्ती शारीरिक संबंध भी बनवाया था। जिसकी शिकायत लड़की ने अपने जीजा फुलेंद्र से किया। जब फुलेंद्र ने दुर्गा से इस बाबत पूछा तो उसने माफी मांगते हुए लड़की से शादी करने के लिए राजी हो गया। लेकिन, दुर्गा ने अपनी प्रेमिका से शर्त रखी की शादी उसी हाल में करेंगे जब उसका तुम हत्या करा दो। दुर्गा ने ही इसका प्लान तैयार किया, तय प्लान के अनुसार लड़की संजय को फोन कर करपी अपने रिश्तेदार के घर पहुंचने की बात कही, उसके बाद दोनों मोटरसाइकिल से चल दिए। मोटरसाइकिल जब करपी के पुराने रामगढ़ मोड़ पहुंची तो लड़की ने संजय को बगल के बगीचा में चलने को कहीं। जहां पहले से दुर्गा उसका एक अन्य दोस्त जितेंद्र यादव पहले से बैठा था। जिसने वहां पहुंचते ही दोनों ने संजय पर डंडों से हमला कर दिया। इसी दौरान फुलेंद्र भी पहुंच गया। जब संजय बेहोश हो गया तो उसकी गला दबाकर हत्या कर शव को आजाद नगर के पास सड़क पर फेंक दिया। इस घटना में दुर्गा, फुलेंद्र, जितेंद्र और प्रेमिका फुलपति कुमारी की संलिप्ता है।

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