प्रवासियों को लाने के लिए राज्यों से बात करें मुख्य सचिव, फसल क्षति की प्रतिपूर्ति के लिए 730 करोड़ स्वीकृत

पटना। बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी है कि विभिन्न राज्यों से बिहार लौटने को इच्छुक सभी प्रवासियों को जल्द से जल्द लाने का निर्देश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि सभी राज्यों से बात करें और आने वालों को सुविधापूर्वक ट्रेनों से लाने की व्यवस्था करें। राज्यों को स्पष्ट करें कि वे जितनी ट्रेनें भेजना चाहते हैं, भेजें। इसी क्रम में मुख्य सचिव ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार से बात की। महाराष्ट्र से अगले तीन दिनों में 24 ट्रेनें आएंगी। इसी प्रकार अन्य राज्यों से भी बात की जा रही है। अनुपम कुमार कहा कि सभी प्रवासियों की घर-घर स्क्रीनिंग फिर करायी जाएगी। यह कार्य आगे निरंतर चलता रहेगा ताकि इसका फॉलोअप होता रहे। उन्होंने कहा कि फरवरी, मार्च और अप्रैल में भारी बारिश और ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति की प्रतिपूर्ति के लिए 730 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। इनमें अभी तक 11.56 लाख किसानों के खाते में कुल 403 करोड़ भेज दिए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान 4.26 लाख योजनाओं की शुरूआत की गई है, जिसके तहत तीन करोड़ 46 लाख मानव दिवस सृजित किए गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि बुधवार को 117 ट्रेनों के माध्यम से एक लाख 93 हजार लोग बिहार आएंगे। मंगलवार को 109 ट्रेनों से एक लाख 70 लाख लोग पहुंचे। 25 मई तक 1026 ट्रेनों से 15 लाख लोग आ चुके हैं। इनमें गुजरात से 200 ट्रेनों से दो लाख 96 हजार और महाराष्ट्र से 130 ट्रेनों से एक लाख 94 हजार लोग आ चुके हैं।
3 मई बाद आने वाले 1900 पॉजिटिव, कोरोना से 14वीं मौत
उधर स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने कहा कि तीन मई के बाद आने वालों में 1900 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना से राज्य में 14 लोगों की मृत्यु हुई है। कोरोना से 14वीं मौत नालंदा जिले के निवासी की हुई है।
3274 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चली, 44 लाख से अधिक लोग गंतव्य तक पहुंचे

देश के विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, छात्रों, पर्यटकों आदि के लिए रेलवे द्वारा 01 मई से लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा ह ैजिसमें आगे वृद्धि भी की जाएगी। भारतीय रेलवे द्वारा चलाए गए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 25 मई तक पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों पर कुल 1094 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंची, जिससे लगभग 15 लाख प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया जा सका। जितनी भी श्रमिक स्पेशल यहां पहुंच रही हैं उन सभी से यात्रा करने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा सहित अन्य सभी जरूरतें पूरी की जा सकें, इसकेलिए पूर्व मध्य रेल प्रशासन दिन-रात लगा हुआ है। विदित हो कि भारतीय रेल द्वारा 25 मई तक देशभर में 3274 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं जिससे 44 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा जा सका।