पूर्व मध्य रेल द्वारा प्रवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार कराए जा रहे हैं उपलब्ध
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हाजीपुर। कोविड-19 महामारी से प्रवासी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बड़े-बड़े शहरों में अपनी आजीविका में लगे प्रवासी मजदूर अधिकांश फैक्ट्रियां बंद हो जाने के कारण अपने-अपने घरों को लौट गए हैं । घर वापसी के बाद बेरोजगारी की चिंता उन्हें सताने लगी है। सरकार ने उनकी इस परेशानियों को महसूस करते हुए स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मुहैया कराए।
सरकार की इस वचनबद्धता को साकार करने में पूर्व मध्य रेल दिन-रात लगा है। इसी उद्देश्य से पूरे देश में 20 जून से गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरूआत की गई ताकि प्रवासी मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मुहैया कराया जा सके। इसके अलावा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत भी ग्रामीण क्षेत्र के श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। रोजगार अभियान के तहत बिहार राज्य के 32 जिलों तथा मनरेगा के तहत बिहार के सभी 38 जिलों के श्रमिकों को पूर्व मध्य रेल द्वारा रोजगार मुहैया जा रहा है। एक कार्ययोजना के तहत इसे अंजाम दिया जा रहा है। अपने गृह राज्य वापस आए प्रवासी श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे अन्य श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार तथा जीविका का साधन मुहैया कराने के उद्देश्य से पूर्व मध्य रेल की विभिन्न निर्माण परियोजनाओं तथा आधारभूत संरचना के विकास से जुड़े कार्यों में इनकी अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के जिलों में वापस आए प्रवासी श्रमिकों व अन्य को नई लाईन, दोहरीकरण, सड़क ऊपरी पुलों का निर्माण आदि के माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक लाभान्वित हो रहे हैं। दोहरीकरण परियोजना के तहत समस्तीपुर-दरभंगा, कटरिया-कुरसेला, सगौली-बाल्मिकीनगर, मुजफ्फरपुर-सगौली, रमना-सिंगरौली, करैला रोड-शक्ति नगर सहित 06 दोहरीकरण परियोजनाओं में प्रवासी श्रमिकों को उनके कौशल के अनुसार रोजगार दिए जा रहे हैं। इसी तरह खगड़िया-कुशेश्वर स्थान, कोसी ब्रिज, हाजीपुर-सगौली, सकरी-हसनपुर, छपरा-मुजफ्फरपुर, अररिया-सुपौल, बिहारशरीफ-बरबीघा, इस्लामपुर-नटेसर, कोडरमा-तिलैया सहित 09 नई लाइन परियोजना एवं सकरी-लौकहा बाजार-निर्मली तथा सहरसा-फारबिसगंज एवं जयनगर-दरभंगा-सीतामढी-नरकटियागंज-भिखनाठोढ़ी सहित 02 आमानपरिवर्तन कार्य में प्रवासी श्रमिक अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। इनमें 07 समपार फाटकों के बदले सड़क ऊपरी पुलों का निर्माण कार्य भी शामिल हैं।
मुजफ्फरपुर स्टेशन पर आर.आर.आई जैसे रेल आधारभूत संरचना के विकास से जुड़े कार्य में भी प्रवासी श्रमिकों को लगाया गया है। पटना गंगा ब्रिज, बाल्मिकी नगर रोड और पनियहवा के मध्यम रेलपुल के लिए गर्डर का निर्माण, बख्तियारपुर एवं मानपुर फ्लाई ओवर परियोजना पर चल रहे कार्यों में अधिक से अधिक प्रवासी श्रमिकों से उनके कौशल के अनुसार कार्य लिए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराए गए हैं ताकि विविध निर्माण कार्य अथवा अवसंरचना में विकास से जुड़े ये सभी कार्य अनवरत चलता रहे।


