September 17, 2025

पटना : लॉकडाउन में ना घोड़ा, ना बाराती, हुई ऑनलाइन शादी

नव दंपति कुंदन तथा रुपाली समाज के लिए बने प्रेरणादूत

पटना। खरमास के खत्म हो जाने पर भी शहनाई की गूंज, बैंड-बाजा, बाराती नजर नहीं आ रहे हैं। क्योंकि कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन की स्थिति है और इसमें किसी भी प्रकार के समारोह, समूह निर्माण पर पूर्ण पाबंदी लगी हुई है, इसीलिए शहर में दर्जनों शादी को टाल दिया गया है। ज्यादातर लोग नवंबर-दिसंबर में शादी का मुहूर्त तय कर रहे हैं।
इसी कशमकश में बीते दिनों राजीव नगर में एक अनोखी शादी संपन्न हुई। विद्युत विभाग के निवर्तमान अधिकारी कुमोद प्रसाद श्रीवास्तव के कनिष्ठ सुपुत्र कुंदन श्रीवास्तव की शादी उनके आवास पर ही राजन सिन्हा की सुपुत्री रुपाली की शादी ऑनलाइन की गई। सीमित संसाधन में ही सरकार द्वारा सुझाये गए निर्देशों का पालन करते हुए बिना किसी तामझाम के सादगी के साथ विवाह संपन्न किया गया। रिश्तेदारों को नहीं बुलाने पर उनमें मनभेद भी हो गया है।

वीडियो कॉल के जरिये हुई शादी

वर के अग्रज भ्राता ऋषव कुमार ने बताया कि शादी की तारीख 6 माह पूर्व ही तय की गई थी। बैंड पार्टी, हॉल, कैटरर , वीडियो कैमरा, घोडा, कार्ड वितरण आदि सब हो चुका था। फिर हमने अपने पुरोहित आचार्य राकेश झा से बात कर ऑनलाइन शादी कराने का प्रस्ताव दिया तो उन्होंने भी स्थिति को समझते हुए सर्वहित के लिए इसको सहर्ष स्वीकार कर प्रस्तावित मुहूर्त पर वीडियो कॉल के जरिये इस शादी को संपन्न कराया। दोनों पक्षों के घर चंद कदमों की दूरी पर होने से यह संभव हो सका। सीमित संसाधन और सादगीपूर्ण ढंग से वर-वधु ने सात जन्मों के साथ की कसमें खाकर समाज के लिए प्रेरणादूत बने। नवविवाहित जोड़े ने यह दिखा दिया कि दिल में एक दूसरे के प्रति आदर, प्रेम व सत्कार होना चाहिए, दिखावे में कुछ नहीं रखा।

दादी के कहने पर तय तिथि में हुई शादी

वधु के पिता राजन सिन्हा ने कहा कि रुपाली की दादी यानि मेरी माता जी विगत कई महीनो से अस्वस्थ चल रही है। उनकी विशेष आग्रह पर यह शादी की गई। उनका मानना था कि पता नहीं वो इतने दिन जीवित भी रह पायेगी। इसीलिए मैं अपनी पोती और जमाय को दूल्हा-दुल्हन के रूप में देखना चाहती हूँ। दादी की मनोरथ को ध्यान में रखते हुए तय मुहूर्त पर ही सादगी के साथ इस विवाह को कराया गया। नातेदारों ने वीडियो कॉल पर नव दम्पति को अपना आशीर्वचन दिया।

समाज में मिल रही वाहवाही

इस अनोखी शादी से दूल्हा-दुल्हन तथा इनके परिवारजनों के सोच व कृत पर खूब वाहवाही मिल रही है। आधुनिक तौर-तरीके से जीने वाले लोग जहां इनकी प्रशंसा कर रहे हैं। वहीं कुछ बड़े-बुजुर्ग परंपरा के नाम पर अपना रोष प्रकट कर रहे हैं। इस शादी को कराने वाले पंडित राकेश झा ने बताया कि यह उनके द्वारा करायी गयी यह 100वीं शादी थी। मांगलिक उत्सव में इनका शतक पूर्ण होने से हर्ष अनुभव कर रहे हैं। विशेषकर इस ऑनलाइन शादी का प्रथम अनुभव भी इन्हें प्राप्त हुआ।

You may have missed