November 20, 2025

पटना के अस्पताल में मरीजों ने ऐसे लगाई शिकायतों की झड़ी कि डॉक्टरों व पदाधिकारियों की हो गई सिट्टी-पिट्टी गुम

* आल इंडिया ट्रेड यूनियन के महासचिव ने ईएसआई हॉस्पिटल का किया निरिक्षण
* मरीजों ने शिकायतों की लगा दी झड़ी, न दवा मिलती है न समय से राउंड में आते हैं चिकित्सक
* किसी मरीज को बाहर से दवा नही खरीदना पड़ेगा, जो दवा नहीं रहे उसे अस्पताल बाहर से खरीद कर करे इलाज: एसपी तिवारी

फुलवारी शरीफ (अजीत यादव)। आल इंडिया ट्रेड यूनियन के महासचिव शिव प्रसाद तिवारी ने ईएसआई हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे, जहां मरीजों और तीमारदारों ने उन्हें घेरा और शिकायतों की झड़ी लगा दी। मरीजों के परिजनों ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सहित सारे चिकित्सा पदाधिकरियों के सामने ही अस्पताल में बरती जा रही घोर अनियमितताओं का आरोप लगाया। मरीजों और परिजनों ने बतया कि यहां सभी दवा किसी मरीज को नही मिलती है, उनलोगों को बाहर से दवा खरीदना पड़ता है। नर्सों की मनमर्जी की शिकायत भी की। अधिकांश मरीजों की शिकायत थी कि उन्हें पूरी दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। वहीं महिलाओं ने दवा के साथ-साथ जांच भी बाहर से कराने की शिकायत की।
पटना से आये ओम प्रकाश नारायण ने कहा कि वे बाईक से गिर गये, जिससे उनकी ऊंगली में मामूली चोट दर्द तक का दवा नहीं मिला। उदय कुमार को छ: माह से हाथ में दर्द है, उसे दो दवा मिला और बाकी दो दवाई बाहर से लेना पड़ रहा है। दानापुर से आई जन्नत खानम ने बताया कि यहां जांच बाहर कराने के लिए बोला जाता है। प्रकाश कुमार दीघा बाटा से आये थे, उन्होंने बेटे के इलाज में आधार कार्ड के बगैर इलाज शुरू नहीं करने की शिकायत थी। मोकामा से आयी महिला ने बताया कि उनके मरीज की रात से तबियत बिगड़ा हुआ है और नर्स से कहने पर उलटे बिगड़ने लगती हैं। सुबह नौ बजे चिकित्सक को राउंड पर आना था लेकिन बारह बजे आये। इतना ही नहीं कई मरीजों के परिजनों ने कहा कि रात में कोई बड़ा डॉक्टर गंभीर मरीजों को देखने के लिए उपलब्ध नहीं रहते हैं, जिससे मरीजों के इलाज के लिए सुबह का इंतजार करना पड़ता है।
शिव प्रसाद तिवारी ने लोगों की शिकायतों को सुनकर साफ-साफ हिदायत देते हुए कहा कि अब ये सब नहीं चलेगा। किसी भी मरीज को कोई भी दवा बाहर से नहीं खरीदना पड़ेगा और न ही कोई जांच ही बाहर से करने जाना है। उन्होंने लोगो से कहा कि अगर दवा नहीं मिलता है, जांच नहीं हो रही है तो इसकी शिकायत अस्पताल अधीक्षक से करें। उनकी जिम्मेवारी है कि कोई भी दवा अगर उपलब्ध नहीं है तो उसे बाहर से खरीदकर मरीज का इलाज कराएं। यहां भी कोई सुनवाई नही होती है तो उसकी शिकायत जिला में क्षेत्रिय पदाधिकारी से करें। इसके बाद श्री तिवारी ने घूम-घूम कर पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी रुकावटें आ रही थी, जिनका हल निकाल लिया गया है और अस्पताल के नवनिर्मित भवन के निर्माण में अब तेजी आएगी। इसके आलावा बिहटा के ईएसआई अस्पताल और फुलवारी के ईएसआई अस्पताल के बीच मरीजों को आने-जाने के लिए अलग से विशेष परिवहन की व्यवस्था की किया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय सांसद रामकृपाल यादव से मुलाकात कर सभी कार्यों में तेजी लाने का प्रयास होगा। साथ में चिकित्सा अधीक्षक अरुण कुमार, यूनियन के उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद, राम बाबू सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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