December 9, 2025

निर्भया केस में प्रशासन का पूरा सपोर्ट मिलता, तो 2017 में ही फैसला हो जाता : सीमा समृद्धि

पटना। निर्भया समृद्धि ट्रस्ट की अध्यक्ष सह सुप्रीम कोर्ट में निर्भया का केस जीतने वाली वकील सीमा समृद्धि ने कहा कि जब तक समाज में 49% आबादी को सामान रूप से आजादी नहीं मिलेगी, तब तक उनकी सुरक्षा संभव नहीं है। निर्भया की लड़ाई आसान नहीं थी। इसके लिए हमने हर स्तर पर लड़ाई लड़ी, तब जाकर निर्भया के दोषियों को फांसी दिलाने में कामयाब हुई। यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि रही। सीमा समृद्धि ने उक्त बातें आज पटना में कासा पिकोला रेस्टोरेंट में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही।
इस दौरान उन्होंने निर्भया केस की बारिकियों पर विस्तार से चर्चा की और मामले में प्रशासनिक उदासीनता को उजागर किया। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन का पूरा सपोर्ट मिलता, तो इस मामले में 2017 में ही फैसला हो जाता। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई पुरूषों के खिलाफ नहीं है। हमारी लड़ाई अपराधियों के खिलाफ और कानून को सही तरीके से लागू कराने के लिए है। अभी मैं पटना में चार ऐसे केसेस से मिली, जिसके लिए महिला विकास मंच काम कर रही हैं। लेकिन कानूनी दांव पेंच की वजह से उन मामलों में बात आगे नहीं बढ़ रही। उनका केस न्यायिक प्रक्रिया में लंबित हैं। इसमें एक मदरसा रेप का मामला भी है। वहीं मंच के द्वारा सीमा को निर्भया का केस जीतने के लिए सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अरूणिमा ने की।
बाद में मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीणा मानवी ने कहा कि मंच के पास ऐसे तीन केस थे, जिनमें एक जहानाबाद, गरौल (हाजीपुर) और पटना सिटी का मामला था। इनमें कानूनी परेशानी आ रही थी, जिसके समाधान के लिए महत्वपूर्ण सुझाव सीमा समृद्धि ने दिए। मानवी ने रेप मामले में आरोपित का दोष साबित होने पर उन्हें अविलंब फांसी की सजा देने की मांग की। उधर मंच ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने संगठन का विस्तार भी किया। पंकज सिंह- राष्ट्रीय सचिव, डॉ. तारा श्वेता आर्या- राष्ट्रीय महामंत्री और निशि अग्रवाल-राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाईं गई।
इस मौके पर फाहिमा खातून, सरोज जायसवाल, उषा सिन्हा, अंजू गुप्ता, पूनम सलूजा, कल्याणी गुप्ता भी मौजूद थे।

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