नाव दुर्घटना में पत्नी और बेटी को खोने वाले मैंनूदीन मुआवजा के लिए वर्षों से लगा रहे अंचल कार्यालय का चक्कर

गोपालगंज। गोपालगंज नाव दुर्घटना में मांझागढ थाना क्षेत्र के ब्लूहि घाट के मैंनूदीन मियां की पत्नी सैराबानो और बेटी शकीला बानो की मौत नदी में नाव पलटने से 2005 में हो गयी थी। सरकार से मिलने वाले मुआवजा के लिए 15 वर्षों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते उनके पैर के चपल घीस गए लेकिन मुआवजा मयस्सर नहीं हो सका। अब मैंनूदीन मियां ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है। दिए गए आवेदन में कहा गया है कि 15 अगस्त 2005 को ब्लूहि घाट नाव से पार करते समय नाव नदी में पलट गई थी, जिससे मेरी पत्नी और पुत्री की मौत हो गयी। जिसके मुआवजा के लिए अंचल कार्यलय का चक्कर लगाते-लगाते थक गए लेकिन मुआवजा नहीं मिला। वे कहते है कि अंचल पदाधिकारी कहते हैं कि जिला में मुआवजा हेतु अनुशंसा कर दी गयी है, जब तक जिला से निर्देश नहीं मिलेगा तब तक मुआवजा का भुगतान करना संभव नहीं है।
