दिल्ली में इस कारण से हुआ हिंसक प्रदर्शन, एक पुलिसकर्मी की मौत, पढ़े पूरी रिपोर्ट
उत्तर-पूर्वी जिले में स्थिति काबू में, अधिकारी बनाए हुए हैं नजर: गृह सचिव
सीएम केजरीवाल, उपराज्यपाल, डिप्टी सीएम, कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और दिल्ली पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की

CENTRAL DESK : सीएए और एनआरसी के विरोध और समर्थन में सोमवार को भी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन का दौर जारी रहा। जाफराबाद रोड, भजनपुरा और मौजपुर में हिंसक प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने दो घरों में आग लगा दी और एक पेट्रोल पंप को फूंक डाला। इस हिंसा में एक पुलिसकर्मी रतन लाल की मौत हो गई है, जबकि डीसीपी समेत कई अन्य घायल हैं। हिंसक प्रदर्शनों के चलते उत्तर-पूर्वी जिले के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि उत्तर-पूर्वी जिले में स्थिति काबू में है। सीनियर अधिकारी हर पल नजर बनाए हुए हैं। सीएम केजरीवाल, उपराज्यपाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और दिल्ली पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं मालवीय नगर में रविवार को हुई घटनाओं के मामले में पुलिस 20 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। जबकि अन्य के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एनक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। वेलकम मेट्रो स्टेशन के आगे से मेट्रो आगे नहीं जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को दोपहर में वजीराबाद रोड पर अचानक प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने कई गाड़ियों में आग लगा दी। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को भी पीछे हटना पड़ा। जाफराबाद रोड पर सड़क पर उतरकर उपद्रवियों ने फायरिंग तक कीं और सरेआम पिस्टल लहराई। इस दौरान पुलिस पूरी तरह बेबस नजर आई। इस हिंसक प्रदर्शन में गोकलपुरी में तैनात कांस्टेबल रतनलाल की मौत हो गई। करावल नगर रोड स्थित शेरपुर चौक पर देर रात हिंसा में आगजनी के बाद लोगों की भीड़ जुटी हुई है और प्रदर्शन जारी है। मौजपुर में हालात इस कदर खराब हो गए कि 50 मीटर की दूरी पर आमने-सामने नारेबाजी हुई और पुलिस के सामने तलवारें लहराई गईं। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव किया। वहीं, डीसीपी उत्तर-पूर्व वेद प्रकाश सूर्या के मुताबिक, हम लोगों ने दोनों पक्षों से बातचीत की है, अब हालात सामान्य है। हम लगातार दोनों पक्षों से संपर्क में हैं।

घरों से हो रही पत्थरबाजी, टूटे खिड़कियों के शीशे
मौजपुर में कुछ इलाकों में घरों से लोगों ने पत्थरबाजी की, जिससे कई घरों के शीशे टूटने की खबर है। बाबरपुर में दो गुटों के बीच रह-रहकर पत्थरबाजी होती रही। इसमें कई लोगों के घायल होने के खबर है। वहीं, हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पूर्वी दिल्ली के मौजपुर चौक पर सोमवार सुबह हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया गया। जय श्रीराम के नारे भी लगाए जा रहे हैं।
दिल्ली के नार्थ ईस्ट जिले में रविवार को हुई हिंसा मामले में कुल चार एफआईआर दर्ज हुई है। हिंसक प्रदर्शनों में कुल 11 लोग घायल हुए हैं। इनमें 10 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसी के साथ पांच गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया, जिनमें दो आॅटो और तीन बाइक हैं। दिल्ली के जाफराबाद और करावलनगर में रविवार को हिंसक प्रदर्शन के बाद सोमवार को सीएए के समर्थन में प्रदर्शन जारी रहा। करावल रोड पर रविवार देर रात हुई हिंसा को देखते हुए हिंसा स्थल के पास रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया है। इस फोर्स में दंगे के समय इस्तेमाल होने वाली मशीनरी को भी तैनात किया गया है, ताकि कोई हिंसा होती है तो उस पर काबू पाया जा सके। वहीं संभावित बवाल के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने जाफराबाद और मौजपुर मेट्रो स्टेशन को सोमवार सुबह से ही बंद कर रखा। उधर, कुछ इलाकों में स्कूल बंद कर दिए गए।
पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संसोधन कानून का समर्थन कर रहे लोगों ने पुलिस बैरिकेड व पत्थरों से बाबरपुर रेड लाइट के पास सड़क बंद रही, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। मालवीय नगर के हौजरानी एरिया में सीएए के विरोध में मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ बदतमीजी करते हुए धक्कामुक्की भी की। इस दौरान कई महिला पुलिसकर्मियों को चोट लगी है। धक्का मुक्की में कई महिला पुलिसकर्मी बैरिकेड पर ही गिर पड़ी।

ऐसे बढ़ती गई हिंसा
रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में यमुनापार में कई दिनों से चल रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने रविवार को सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। जाफराबाद रोड पर मौजपुर तिराहे के पास जमकर पथराव और फायरिंग हुई। करीब 4:30 बजे शुरू हुए पथराव में पांच पुलिसकर्मियों सहित 15 से अधिक लोग जख्मी हो गए। इसके बाद रविवार देर रात करावल नगर के शेरपुर चौक पर मामूली बात पर हिंसा हुई। यहां पथराव के साथ ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात इस कदर अनियंत्रित हो गए कि पुलिस मौके पर पहुंचने के बावजूद बैकफुट पर आ गई और उसे वापस लौटना पड़ गया। उधर, पूर्वी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने दोनों जगह स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया है। साथ ही जाफराबाद में फायरिंग होने की बात से भी इन्कार किया है। बताया जाता है कि रविवार दोपहर करीब तीन बजे यहां से लगभग 500 मीटर दूर भाजपा नेता कपिल मिश्र पार्षद कुसुम तोमर व अन्य समर्थकों के साथ मौजपुर लाल बत्ती पर सीएए के समर्थन में धरने पर बैठ गए। यहां पर जय श्रीराम और देश के गद्दारों को.. जैसे नारे लगने शुरू हो गए। इस दौरान करीब 100 मीटर दूर मौजपुर तिराहे पर कबीर नगर और कर्दमपुरी से लोग जुटने लगे। उन्होंने सीएए के विरोध में आजादी के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस बीच कपिल मिश्र के धरने पर पथराव किया गया तो कपिल मिश्र के समर्थन में बाबरपुर-मौजपुर से लोग जुटने लगे। देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।
रविवार रात नौ बजे करावल नगर में हिंसा
रात नौ बजे करावल नगर के शेरपुर चौक पर हिंसा हुई। यहां एक दुकान पर चिकन खरीदने के दौरान राकेश गुर्जर नामक युवक का दुकानदार से विवाद हो गया। इसके बाद आसपास के लोग एकत्र हो गए और सांप्रदायिक तनाव हो गया। दोनों गुटों में जबरदस्त मारपीट हुई। तीन आॅटो, दो मोटरसाइकिलों, एक कार सहित यहां खड़े करीब 10 वाहनों में आग लगा दी गई। यहां मुख्य रूप से चांद बाग और मूंगा नगर में रहने वाले लोगों के बीच टकराव हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस आने लगी तो उसे शेरपुर चौक तक नहीं पहुंचने दिया गया। रात 12 बजे के बाद तक यहां पथराव चलता रहा। फिलहाल जाफराबाद के साथ ही करावल नगर क्षेत्र के लोगों में दहशत है।

