जदयू के सभी कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ के नीतीश कुमार : आरसीपी
पटना। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह ने गुरूवार को गूगल मीट एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से कुल तीन पालियों में जदयू के सभी क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों, जिला प्रभारियों, जिलाध्यक्षों, विधानसभा प्रभारियों एवं प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों से संवाद किया। प्रथम पाली में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान एवं सारण के पदाधिकारियों से संवाद किया। दूसरी पाली में सुपौल, सहरसा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, खगड़िया, बेगूसराय, समस्तीपुर, भागलपुर, बांका, जमुई एवं नवगछिया के पदाधिकारी तथा सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल रहे। वहीं तीसरी पाली में गया, औरंगाबाद, भोजपुर, पटना, नालंदा, जहानाबाद, अरवल, रोहतास, कैमूर, बक्सर, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा एवं नवादा के पदाधिकारियों को उन्होंने संबोधित किया। जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप तीनों पालियों में संवाद के दौरान उपस्थित रहे।
संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि पहले लोग कहा करते थे कि जदयू में नेता हैं, संगठन नहीं। लेकिन अब हमारा संगठन अंतिम स्तर तक स्थापित हो चुका है और यह बात दावे के साथ कही जा सकती है कि न केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रूप में हमारे नेता सर्वश्रेष्ठ हैं, बल्कि हमारा संगठन भी सर्वश्रेष्ठ है। यही नहीं, अब हमारे बूथ तक के साथी डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया से जुड़ चुके हैं और यहां भी हम सबसे आगे हैं। श्री सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से संवाद का दायरा बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि आज इन साधनों से संपर्क और संवाद में नाममात्र भी खर्च नहीं आता लेकिन विपक्ष इसको लेकर भी दुष्प्रचार से बाज नहीं आता।
श्री सिंह ने कहा कि आगामी चुनाव कोरोना के साये में ही होना है। यह बहुत बड़ी चुनौती है और इस चुनौती को हमने स्वीकार किया है। इस चुनाव से भाग वे लोग रहे हैं जिनके पास बूथ तक संगठन और लोग नहीं हैं। श्री सिंह ने इस मौके पर सभी प्रभारियों व पदाधिकारियों से कहा कि इस बात का ध्यान रहे कि कोरोना के कारण अब जिला, प्रखंड या पंचायत स्तर पर पहले की तरह गतिविधियां नहीं हो सकतीं। इसलिए चुनाव का कैंपेन बूथ पर केन्द्रित हो। उन्होंने कहा कि आप केवल पार्टी के हाथ, कान, आंख और नाक ही नहीं हैं, बल्कि आप सभी अपने-अपने बूथ के नीतीश कुमार हैं। आज बिहार का ऐसा कोई घर नहीं जहां आपके नेता का काम या उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ न पहुंचा हो। फिर भी अगर कोई साथी नाराज या रुष्ट है तो उसके पास जाएं, संवाद करें और उसकी जो भी परेशानी या गलतफहमी हो उसे दूर करने की कोशिश करें। इस तरह आप अपने प्रयत्न से हर बूथ पर कम से कम 20 नए वोटरों को जोड़ने की कोशिश करें। इससे बड़ा फर्क दिखेगा। श्री सिंह ने निर्देश दिया कि महिलाओं को अधिक से अधिक जोड़ें क्योंकि नीतीश कुमार के समर्थन में आधी आबादी की सक्रियता कहीं भी पुरुषों से कम नहीं रही है।


