JDU के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ, RCP बोले- हर कार्यकर्ता जदयू की विचारधारा से जुड़ी एक-एक चीज को समझें
पटना। जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शनिवार को भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह एवं मुख्य अतिथि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह थे। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार ने की, जबकि प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री मंगनीलाल मंडल, पूर्व विधानपार्षद प्रो. रामवचन राय, संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, ललन सर्राफ, मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह, राष्ट्रीय सचिव रवीन्द्र सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन प्रो. रामवचन राय एवं हरिवंश नारायण सिंह ने व्यावहारिक समाजवाद, मोटिवेशनल स्पीकर नेयाज अहमद ने आन्तरिक बदलाव, गांधी स्मृति दर्शन समिति के अतुल प्रियदर्शी ने अहिंसात्मक संचार तथा प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार ने नेतृत्व विकास विषय पर प्रशिक्षण दिया।
इस मौके पर अपने संबोधन में आरसीपी सिंह ने कहा कि वही पार्टी जीवंत होती है, जिसका आधार विचार होता है। हमारी कोशिश है कि हर कार्यकर्ता जदयू की विचारधारा से जुड़ी एक-एक चीज को समझे। उसे पता हो कि कैसे हमारी पार्टी बाकी पार्टियों से भिन्न है और कैसे हमारे नेता नीतीश कुमार नेताओं में सर्वश्रेष्ठ हैं। उन्होंने कहा कि समाजवाद का इतिहास बहुत पुराना है। समाजवादी संघर्ष तो ज्यादा करते थे, लेकिन संगठन नहीं बना पाते थे। नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम यह मिथक तोड़ने की ओर अग्रसर हैं। आज हमारा संगठन हर एक बूथ पर है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से हमें अपने संगठन को और मजबूती देना है।
श्री सिंह ने कहा कि हमें समाज में समता भी लानी है, संपन्नता भी लानी है, लेकिन बिना हिंसक रास्ते के। समाजवाद में किसी भी तरह की हिंसा का कोई स्थान नहीं। असामाजिक तत्वों को हमें हर हाल में हतोत्साहित करना है।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि विधानसभा चुनाव एवं सरकार के गठन के बाद इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया गया है कि हमें अपने कार्यकर्ताओं में नए सिरे से ऊर्जा का संचार करना है और उन्हें विचारों की ताकत देनी है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं में उत्साह का बोध कराना जरूरी है। विधानसभा चुनाव का परिणाम हमारे लिए चुनौती है और इस चुनौती को हमें अवसर में बदलना है।
श्री हरिवंश ने अपने व्यावहारिक समाजवाद पर अपने संबोधन में कहा कि एक राज्य का मुख्यमंत्री रहते हुए भी पूरे देश में नीतीश कुमार की पहचान बनी और उनका काम नजीर बना। लोग सोचते तो हैं लेकिन रोडमैप नहीं बना पाते। श्री कुमार ने जो सोचा उसका रोडमैप भी लेकर आए। अपने विचारों को उन्होंने जिस तरह व्यवहार में उतारा और बिहार का अविश्वसनीय विकास किया, व्यावहारिक समाजवाद का उससे अच्छा कोई उदाहरण नहीं हो सकता।
प्रो. रामवचन राय ने व्यावहारिक समाजवाद पर बोलते हुए कहा कि सेवाभाव, विश्वसनीयता, दूरदर्शिता, योग्यता, कार्य-क्षमता, व्यवहार-पटुता, सौम्यता, सादगी, समन्वयवादिता और त्याग-भावना व्यावहारिक समाजवाद के प्रमुख तत्व हैं। इन मानकों के आधार पर नीतीश कुमार के व्यावहारिक समाजवाद को समझा जा सकता है।
प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि जदयू का हर कार्यकर्ता अपना मूल्यांकन करे कि उसके अंदर कितनी आत्म-प्रेरणा और कितनी कार्य-क्षमता है। इसके बाद वे पार्टी के आधार को मजबूती और विस्तार देने में जुटेंगे तो ज्यादा अच्छा परिणाम हासिल होगा। इस कार्य में उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम से बहुत लाभ होगा।


