गलतियों से तौबा करना सिखाता है रमजान, पाबंदियों के साथ घर मे रहकर करें अल्लाह की इबादत : मौलाना रेहान
फुलवारी शरीफ। फुलवारी शरीफ के सकरैचा पंचायत अंतर्गत बघपुर जामा मस्जिद पुनपुन के पेश इमाम मौलाना रेहान ने कहा कि इस बार रमजानुल पाक महीना कोरोनो महामारी के भयंकर संकटों के बीच आया है। ऐसे में हमें सरकार और स्वास्थ्य विभाग की पाबंदियों का ख्याल रखते हुए अल्लाह की इबादत घरों में रहकर करना है। साल के12 महीनों में इंसान की गलतियों को सुधारने का मौका भी रमजान के रोजे में मिलता है। गलतियों के लिए तौबा करने एवं अच्छाईयों के बदले बरकत पाने के लिए भी इस महीने की इबादत का महत्व है। यह महीना संयम और समर्पण के साथ खुदा की इबादत का महीना माना जाता है, जिसमें हर आदमी अपनी रूह को पवित्र करने के साथ अपनी दुनियादारी की हर हरकत को पूरी तत्परता के साथ वश में रखते हुए केवल अल्लाह की इबादत में समर्पित हो जाता है। जिस खुदा ने आदमी को पैदा किया है उसके लिए सब प्रकार का त्याग मजबूरी नहीं फर्ज बन जाता है। ऐसे में रमजान के साथ ही पाबंदियों को अमल में लाने के लिये लोगों को जागरूक करना होगा और बेवजह भीड़ न लगाने के लिए सबको सचेत करना होगा। कोरोना से आज दुनिया के सारे मुल्क कराह रहे हैं ऐसे में हमें एक दूसरे की मदद करने के जज्बे के साथ अल्लाह की इबादत में लीन रखकर रोजा मुकम्मल करना है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि कोरोना से मुक्ति के लिए विशेष तौर पर इबादत व दुआ करें।


