क्या फिर आगे बढ़ने वाला है लॉकडाउन?, पीएम मोदी महामारी के खिलाफ जंग में दुनिया के नेताओं में शीर्ष स्थान पर

CENTRAL DESK : कोरोना वायरस का आंकड़ा लगातार देश में तेजी से बढ़ता जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या 20,471 पहुंच चुकी है। देश में 24 घंटे में 1486 नये केस सामने आये हैं, वहीं 49 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 अप्रैल को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात करेंगे। खबर है प्रधानमंत्री मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना से जुड़े अपडेट लेंगे। ऐसी भी खबर है कि पीएम मोदी लॉकडाउन को लेकर भी राय लेंगे। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉक डाउन के दौरान तीसरी बार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बात करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री 21 दिनों के लॉकडाउन खत्म होने से पहले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की थी और इसमें लॉकडाउन को आगे बढ़ाने को लेकर व्यापक रूप से आम सहमति बनी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने जान भी, जहान भी पर जोर दिया था।
इधर भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के नेताओं में शीर्ष स्थान पर हैं। मार्निंग कन्सल्ट के एक आकलन में, प्रधानमंत्री मोदी को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में विश्व नेताओं में शीर्ष स्थान दिया गया है। नड्डा ने अपने ट्वीट में कहा, हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। एक तरफ भारत के लोगों की सुरक्षा और दूसरी तरफ अन्य देशों को सभी जरूरी समर्थन प्रदान करने के मद्देनजर उन्हें महामारी के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के नेताओं में शीर्ष स्थान दिया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से पिछले 24 घंटों के दौरान 49 लोगों की मौत हो गयी है और इस दौरान संक्रमण के 1486 नये मामले सामने आये हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 20471 हो गयी है। हालांकि, उपचार के बाद स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़कर 3959 हो गयी है। यह आंकड़ा संक्रमण की चपेट में आये मरीजों का 19.34 प्रतिशत है। इस बीच कोरोना के खिलाफ देशव्यापी अभियान में अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में कार्यरत चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एक अध्यादेश जारी करने और इसके लिये महामारी अधिनियम 1897 में संशोधन करने के मंत्रालय के प्रस्ताव को केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी।

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