September 17, 2025

कोविड-19 : पूर्व मध्य रेल योजनाबद्ध तरीके से कर रही है कार्य, पढ़े पूरी खबर

हाजीपुर। पूर्व मध्य रेल यह सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रही है कि कोरोना वायरस के कारण अब कोई भी व्यक्ति पीड़ित न हो। इसके लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष द्वारा विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जो भी दिशा-निर्देश प्राप्त हो रहे हैं उसे शत-प्रतिशत लागू किया जा रहा है। महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी इन दिशा-निर्देशों के पालन हेतु नियिमित रूप से पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडल के मंडल रेल प्रबंधकों तथा विभागाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
विदित हो कि विगत काल में रेलवे द्वारा युद्ध के समय में भी अपनी सेवाएं जारी रखी गयी थीं। परंतु वर्तमान परिदृश्य में आम लोगों के व्यापक स्वास्थ्य हित को प्राथमिकता देते हुए इतिहास में पहली बार अब तक का सबसे बड़ा कदम उठाते हुए कोविड़-19 के प्रसार को रोकने हेतु 03 मई तक सभी यात्री ट्रेनों का परिचालन स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसा सिर्फ इसलिए कि हर भारतीय स्वस्थ और सुरक्षित रहें। हालांकि माल और पार्सल ट्रेन के परिचालन को जारी रखते हुए देश के कोने-कोने में लोगों को खाद्यान्न सहित अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। यहीं नहीं पूर्व मध्य रेल द्वारा आइसोलेशन कोचों का निर्माण, कोविड-19 की जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा रेलवे अस्पतालों को तैयार किया गया है। इमरजेंसी सेवा के साथ-साथ अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड लगाए गए हंै। अतिरिक्त चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों की उपलब्धता के साथ-साथ असहाय एवं जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मंडलों एवं मुख्यालय में कोविड-19 हेल्पलाइन नं. प्रारंभ किए गए हैं, जहां चैबीसों घंटे रेलकर्मी तैनात हैं। पूर्व मध्य रेल के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा अपना एक दिन का वेतन 12 करोड़ रूपया पीएम केयर्स फंड में जमा किया गया।
मालगाड़ियों का परिचालन यथावत जारी


आम लोगों के लिए दैनिक आवश्यकता की सामग्री उपलब्ध होती रहे, इसके लिए मालगाड़ी एवं पार्सल स्पेशल ट्रेनों का परिचालन पूर्ववत जारी है। विभिन्न गुड्स शेड, स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों में तैनात रेलकर्मी चैबीसों घंटे अपनी सेवाएं देकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कहीं भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित न हो। 22 मार्च से 18 अप्रैल तक पूर्व मध्य रेल में 7.44 मिलियन टन कोयला, 0.85 मिलियन टन पेट्रोलियम उत्पाद, 0.16 मिलियन टन खाद्यान्न, 0.02 मीलियन टन ऊर्वरक का लदान किया। जबकि इस दौरान पूर्व मध्य रेल के विभिन्न टर्मिनलों पर 180 रेक खाद्यान्न, 43 रेक ऊर्वरक, 11 रेक नमक, प्याज तथा पेट्रोलियम उत्पाद के क्रमश: 5-5 रेक चीनी, तारकोल एवं मक्का के 2-2 रेक तथा आटोमोबाइल के 3 रेक सहित आम लोगों के दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की पूर्ति के लिए कुल 253 रेकों की अनलोडिंग हुई।
पार्सल स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन
कम मात्रा में आम लोगों के आवश्यकता से संबंधित सामानों के परिवहन के लिए 03 मई तक भारतीय रेल द्वारा चलायी जा रही पार्सल स्पेशल ट्रेनों में से 29 पार्सल स्पेशल ट्रेनें पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के पटना, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, धनबाद, दरभंगा, सहरसा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर सहित लगभग सभी प्रमुख स्टेशनों पर रूकते हुए चलायी जा रही हैं। समय-सारणी पर चलाए जाने के कारण इसकी उपयोगिता में काफी वृद्धि हुई है। इसी क्रम में पूर्व मध्य रेल द्वारा पंडित दीन दयाल उपाध्याय और सहरसा के बीच वाया हाजीपुर, मुजफ्फरपुर के रास्ते प्रतिदिन पार्सल स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है ।
एक अभिनव पहल
मानवता की मिसाल पेश करते हुए पूर्व मध्य रेल के डेहरी-आॅन-सोन स्टेशन के रेलकर्मी ने डेहरी अनुमंडल के मुड़ियार गांव को गोद लिया। लॉकडाउन अवधि के प्रारंभ से ही इन रेलकर्मियों द्वारा मुड़ियार गांव के जरूरतमंद एवं असहाय लोगों को इस वायरस से बचाव के प्रति जागरूकता लाते हुए ग्रामीणों के मध्य मास्क, सेनिटाइजर, साबुन, दवाईयां सहित आवश्यकता के सभी संसाधन नि:शुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क भोजन की सामग्री भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।
असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के लिए नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था
अपनी सामाजिक सेवा प्रतिबद्धता के तहत पटना, राजेन्द्रनगर टर्मिनल, दानापुर, गया, धनबाद, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, सोनपुर, हाजीपुर मुजफ्फरपुर, बरौनी, समस्तीपुर सहित पूर्व मध्य रेल के. अन्य कई स्टेशों पर लॉकडाउन के प्रारंभ से 20 अप्रैल तक लगभग 01 लाख 70 हजार गरीब एवं असहाय लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया गया है।
पीपीई किट का निर्माण तथा रेलवे चिकित्सालयों में विशेष प्रावधान
रेलवे चिकित्सालयों में 100 से अधिक अनुभवी चिकित्सक तथा नर्स एवं 250 से अधिक पैरा मेडिकल स्टाफ चैबीसों घंटे तैनात हैं तथा लगभग 800 रेलकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया। वर्तमान में पूर्व मध्य रेल के चिकित्सालयों में 09 स्पेशल क्लिनिक कार्यरत हैं। अब तक 70 हजार मरीजों की स्क्रीनिंग की गई है। इनमें संदिग्ध पाए गए 73 मरीजों को उचित निगरानी में रखा गया है। इसी तरह कोविड-19 के मरीजों के इलाज/बचाव हेतु कुल 135 आइसोलनेशन बेड तथा क्वारंटाइन हेतु 590 बेड तैयार किए गए हैं।
वहीं अब तक 2656 पीपीई पोशाक तैयार कर लिया गया है तथा 31 मई, 2020 तक 30 हजार पीपीई पोशाक तैयार कर लिए जाएंगे। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार पीपीई पोशाक बनाने के मामले में पूरे भारतीय रेल में पूर्व मध्य रेल उत्तर रेलवे के बाद दूसरे स्थान पर है। रेलवे अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक, चिकित्साकर्मी एवं रेलकर्मियों के उपयोग के लिए पूर्व मध्य रेल द्वारा 66 हजार मास्क तथा लगभग 10 हजार 167 लीटर सेनिटाइजर तथा छिड़काव के लिए 8.5 हजार लीटर कीटनाशक तैयार किए गए।
स्टेशनों, कार्यालय आदि का सेनिटाइजेशन
ट्रेनों, प्लेटफार्म, स्टेशन परिसर, कार्यालय आदि को संक्रमणमुक्त करने के लिए इसे सेनिटाइज्ड किया जा रहा है। सभी फ्रंटलाइन स्टाफ को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट और स्प्रेयर कम सैनिटाइजर इक्विपमेंट उपलब्ध कराए गए हैं ।
शयनयान श्रेणी के कोचों का आइसोलेशन कोच के रूप में परिवर्तन
पूर्व मध्य रेल द्वारा 269 कोचों को क्वारंटाइन/आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदला गया हैै। इन कोचों में कोरोना वायरस से संक्रमित अथवा संदेहास्पद मरीजों के लिए 4304 बर्थ का प्रावधान किया गया है।
आरोग्य सेतु का प्रयोग
पूर्व मध्य रेल में अब तक कुल कर्मचारियों के लगभग 90 प्रतिशत से अधिक रेलकर्मी आरोग्य सेतु एप को मोबाइल में इंस्टॉल कर चुके हैं। साथ ही अपने परिवार एवं आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं ।

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