कोरोना ने मानवता को किया शर्मसार, अपने परिजन भी लाश उठाने से कर दिए इंकार

भागलपुर। कहते हैं मानवता और इंसानियत से बढ़कर कोई धर्म और मजहब नहीं है, लेकिन वर्तमान दौर में इस तरह की बातों का मायने ही बदल गए हैं। कुछ इस तरह का वाकिया गुरुवार को भागलपुर के वार्ड नंबर 19 में देखने को मिली, जब मानवता और इंसानियत की सारी हदें उस समय शर्मसार हो उठी, जब गौशाला रोड स्थित एक 35 वर्षीय युवक की बुधवार की रात मौत हो गई और उसके परिजनों को सांत्वना देने वाले अपने रिश्तेदारों ने भी उनसे मुंह फेर लिया और वे उनकी लाश तक को उठाने से इंकार कर दिये।
गौरतलब हो कि इस मृत युवक को किडनी संबंधित शिकायत थी और स्थानीय किसी प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनकी मौत से अचानक ये अफवाह फैल गई कि युवक की मौत कोरोना वायरस से हुई है। ऐसी स्थिति में स्थानीय लोगों द्वारा पूर्व उपमहापौर सह इस वार्ड की वर्तमान पार्षद डॉ. प्रीति शेखर को सूचना दी गई, तत्पश्चात डॉ. प्रीति मौके पर पहुंचकर स्थिति-परिस्थिति का जायजा लेकर लोगों की सोच कर हैरान हो गई।
इस बाबत डॉ. प्रीति ने बताया कि लोगों द्वारा सूचना मिलने पर उन्होंने सिविल सर्जन और अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र वर्मा से बात की। उनके द्वारा सूचना दिए जाने पर सदर अस्पताल द्वारा मृतक का सैंपल कलेक्ट किया गया। इस दौरान तातारपुर थाना के एएसआई समेत अन्य कर्मी भी मौके पर डटे रहे। परेशानी तो तब हुई, जब उस लाश को उठाने के लिए कोई परिजन तैयार नहीं थे। यहां तक की शव को घाट ले जाने आये नगर निगम का शव वाहन भी वापस चला गया। अंतत: स्थानीय लोगों की मदद से चार मजदूरों द्वारा बहुत मुश्किल से शव को उठाया गया।
प्रीति ने डीएम से की बात
लाश को उठवाने के लिए जब प्रीति शेखर ने नगर आयुक्त को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही साथ उप नगर आयुक्त एवं सिविल सर्जन ने इस बात को एक-दूसरे पर टाल दिया। इस वाक्या से आक्रोशित होकर डॉ. प्रीति शेखर ने इस बात की जानकारी जिलाधिकारी को भी दी है।
