कोरोना का असर : इस बार नहीं गूजेंगे बोल-बम के नारे
भागलपुर। वैश्विक महामारी कारोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन भले खत्म हो गया है, लेकिन कोरोना को लेकर अभी भी राज्य व केंद्र की सरकारें गंभीर हैं, क्योंकि यह महामारी किसी भी रूप में थमने का नाम नहीं लेकर दिन-प्रतिदिन और बढ़ता जा रहा है। इस बाबत केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जो दिशा निर्देश जारी किया है, उसका अनुपालन हर राज्य सरकार के लिए करना मजबूरी बनी हुई है। इससे अगले कुछ महीनों में होने वाले आयोजनों पर भी असर पड़ा है, जो कि बिहार-झारखंड के अंग महाजनपद का प्रसिद्ध श्रावणी मेला पर भी कोरोना का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
गौरतलब हो कि हर साल सावन महीने में सुल्तानगंज से देवघर के वैद्यनाथधाम और बासुकीनाथ धाम में आयोजित होने वाला ऐतिहासिक व अविश्वसनीय श्रावणी मेला इस बार आयोजित नहीं होगा। इस संबंध में बिहार और झारखंड सरकार ने अपना आदेश जारी कर दिया है। इसके अलावा झारखंड की राजधानी रांची समेत विभिन्न हिस्सों में आयोजित होनेवाली रथयात्रा भी स्थगित रहेगा। झारखंड के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने इस संदर्भ में बताया है कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है। इसी को ध्यान में रखते हुए श्रावणी मेला व रथ मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। केंद्र की गाइड लाईन और झारखंड सरकार के ताजा आदेश को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अब बोलबम के नारे इस वर्ष नहीं गूजेंगे।


