कैमूर। बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज है। इस बीच कैमूर में राजद नेता तेजस्वी यादव ने रैली की है। इस दौरान सभा को संबोधित करत हुए तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनने के बाद हमारी प्राथमिकता दस लाख बेरोजगार युवकों को रोजगार देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। सत्ता पक्ष के नेता किसी को गुमराह ना करें। इसके लिए मेरे पास पूरी योजना है। हमारी सरकार ने गरीब, दलित, शोषित, पीड़ित और मजदूर वर्ग के सभी पेंशनधारियों को 400 की जगह 1000 रुपया प्रति माह पेंशन देने का रोडमैप तैयार कर लिया गया है। इसके अलावा उनका कहना था कि एनडीए सरकार शिक्षकों के साथ क्रूर मजाक कर रही है, जो हमें बर्दाश्त नहीं है। हम उन्हें समान काम के बदले समान वेतन लागू करके देंगे। मैंने इसकी लड़ाई भी लड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही, तो एनडीए के नेता पूछ रहे थे कि पैसा कहां से लाएंगे। अब वही लोग 19 लाख लोगों को नौकरी देने की बात करने लगे हैं। हम बताना चाहते हैं कि बिहार में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने, किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने का काम करेंगे। एनडीए के नेता झूठा वादा करते हैं। वह अपने वादों पर कभी खरे उतरते नहीं दिखते हैं।
तेजस्वी पहले भी बोल चुके हैं एनडीए पर हमला: इससे पहले भी तेजस्वी यादव मीडिया से बात करते हुए भी एनडीए सरकार पर निशाना साध चुके हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन किस राज्य से क्या मुद्दे लेकर आया है। बिहार चुनाव के लिए, राज्य से संबंधित बेरोजगारी, गरीबी, पलायन और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे ही प्रासंगिक हैं और मायने रखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार सरकार ने बजट का केवल 60% ही खर्च किया है। बाढ़ हो या कोरोना, नीतीश कुमार बिहार के लोगों से हमेशा दूर ही रहे हैं। अब चुनाव के समय, वे किस आधार पर लोगों के बीच जा रहे हैं और वोट मांग रहे हैं।