कुशवाहा को झटका पर झटका : अब माधव आनंद ने छोड़ा साथ, बिहार में तैयार हो गई है चार गठबंधन

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार चार मोर्चे के गठन हुआ है। एनडीए, महागठबंधन पहले से मौजूद है अब इस चुनावी समर में दो और गठबंधन तैयार होकर चुनाव मैदान में कूदने को तैयार है। इसमें एक जाप के संरक्षक पूर्व सांसद पप्पू यादव ने पीडीए मोर्चा का गठन किया है तो वहीं दूसरा रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा ने यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बसपा और जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के साथ मिलकर नया मोर्चा का गठन किया है। जब से कुशवाहा महागठबंधन से अलग हुए हैं, उसके बाद से उन्हें एक के बाद एक झटका मिल रहा है। सोमवार को जहां एक ओर कुशवाहा नया मोर्चा का ऐलान कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर उनके पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी उनका साथ छोड़ राजद का दामन थाम चुके थे और अब उन्हीं के पार्टी के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने भी उनसे किनारा कर लिया है। माधव आनंद ने रालोसपा के पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार की बेहतरी का एजेंडा रालोसपा में रहकर पूरा नहीं हो सकता। माधव आनंद को भी जल्द राजद में शामिल होने की संभावना है। इन तरह कुशवाहा के दो मजबूत स्तंभ उनका साथ छोड़ राजद का लालटेन जलाने निकल पड़े हैं।
बताते चलें रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सांसद भूदेव चौधरी ने पार्टी छोड़कर राजद में शामिल हो गए थे। तेजस्वी यादव ने 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। भूदेव चौधरी जदयू से जमुई से सांसद रहे हैं और पिछला लोकसभा चुनाव उन्होंने रालोसपा के टिकट पर जमुई से लड़़ा था। भूदेव चौधरी रालोसपा का दलित चेहरा माने जाते थे। वहीं रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपने नए राजनैतिक कदम का ऐलान करते हुए बसपा और जनवादी पार्टी सोशलिस्ट के साथ एक नया मोर्चा बनाने की घोषणा की थी। अपने नए मोर्चे के जरिए उन्होंने बिहार की जनता को नया और बेहतर विकल्प देने का दावा किया।

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