कुशवाहा का आरोप : मजदूरों, छात्रों को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ा, मजबूत सीट चिन्हित करें
पटना। रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि बिहार एवं बिहार से बाहर फंसे मजदूरों, छात्रों एवं अन्य लोगों को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है। राहत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई। चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, मीडिया कर्मियों एवं अन्य कोरोना वारियर्स को भी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने में राज्य सरकार विफल रही है।
सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर उपेंद्र कुशवाहा ने जिलाध्यक्षों व पार्टी नेताओं को मजबूत सीट चिन्हित करने का निर्देश दिया है। कुशवाहा ने पार्टी नेताओं को इस अफवाह से सतर्क रहने के लिए कहा कि कोरोना के कारण चुनाव देर से होंगे। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल जानबूझकर कर प्रचारित करेंगे कि चुनाव देर से होंगे। चुनाव तैयारी को अंतिम रूप दें। अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ें। सरकार की कमजोरी लोगों को बताएं। पार्टी की नीति और कार्यक्रम के बारे में भी लोगों को जानकारी दें। इससे स्पष्ट होता है कि कोरोना माहामारी के बीच रालोसपा ने विधानसभा चुनाव की तैयारी आरंभ कर दी है।
रालोसपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता मजदूरों की परेशानी दूर करने के लिए आगे आएं। विभिन्न स्थानीय मुद्दों को लेकर अभियान चलाएं। इस बात का ख्याल रखें कि कोई भी भूख से ना मरे। जरूरत पड़ने पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आंदोलन भी करें। रालोसपा की बैठक में वर्तमान संकट से निपटने में राज्य सरकार की लापरवाही एवं घोर अराजकतापूर्ण रवैये की आलोचना की गई। पार्टी ने सरकार से क्वारेंटाइन सेंटर की कुव्यवस्था दूर करने के लिए कहा है।


