कलयुगी बेटों ने संपत्ति हड़प एक नेता को घर से निकाला, सीएम नीतीश से लगायी न्याय की गुहार

पटना। पटना में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकार आपके होश फाख्ता हो जाएंगे। एक राजनीतिक पार्टी के प्रदेश महासचिव को कलयुगी बेटों ने संपत्ति हड़प मरने के लिए छोड़ दिया है। कोरोन संक्रमण और लॉकडाउन की त्रासदी के बीच बेटों ने वृद्ध बाप को घर से निकाल दिया है। मामला पटेल नगर बांध पर के निवासी रामानन्द शर्मा की है। रामानन्द शर्मा बीमार हैं, उनका हाथ-पैर फूला हुआ है और मधुमेह व किडनी के बिमारी से ग्रसित हैं। उन्होंने सीएम नीतीश से न्याय की गुहार लगायी हैं।
उन्होंने पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि लॉक डाउन लागू होने से एक दिन पहले दिल्ली मेदांता अस्पताल से अपना चिकित्सा कराकर लौटे थे। इनके तीन पुत्र हैं मुन्ना शर्मा उर्फ संतोष कुमार, राजेश कुमार एवं राकेश कुमार। इससे पूर्व रामानंद शर्मा को गैस सिलेंडर खोलकर जिंदा जलाकर मारने की धमकी देकर तीनों बेटों ने जबरन स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर कराया था। दो बेटा रोजगार करने के नाम पर संतोष कुमार 6 लाख और छोटा बेटा 5 लाख रुपए के बैंक चेक पर जबरन हस्ताक्षर करवाया है। इससे पहले भी छोटा बेटा राकेश कुमार ने मारपीट कर 20 लाख के चेक पर जबरन हस्ताक्षर कराया था। इसकी लिखित सूचना पीड़ित रामानंद शर्मा ने पाटलीपुत्रा थाना के अलावा मुख्यमंत्री, वरीय पुलिस अधीक्षक सहित अनेकों पदाधिकारी को दे चुके हैं।
जब लॉक डाउन के पहले रामानंद शर्मा पटेल नगर स्थित अपने घर पर गये तब तीनों बेटों ने इन्हें यह कहते हुए घर से भगा दिया कि जाओ यहां से तुम्हारा अब कुछ नहीं है। तब से लॉक डाउन और कोरोना महामारी के बीच दर-दर की ठोकरें खाने के लिए वे मजबूर हैं। कहां रहे, क्या खायें और क्या करें यह विकट स्थिति लोजपा सेक्यूलर के प्रदेश महासचिव रामानंद शर्मा के समझ खड़ा है। जीवन की पूरी कमाई, जो रामानन्द शर्मा ने आरा मशीन, पटेल नगर में दो-दो मकान, पटना बाईपास पर जमीन बनाया था। बेटों ने दखल कर लिया है और बाप को मरने के लिए छोड़ दिया है। विदित हो कि श्री शर्मा की पत्नी का निधन विगत वर्ष हो चुका है।
