एक साल के अंदर समस्तीपुर मंडल हो जायेगा पूर्णत: विद्युतीकृत, कोसी को पार करते हुए रेल सुविधा देने की दिशा में आगे बढ़ रहे
महाप्रबंधक ने किया समस्तीपुर मंडल का वार्षिक निरीक्षण
हाजीपुर। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने समस्तीपुर मंडल के वार्षिक निरीक्षण के दौरान सहरसा-मानसी एवं खगड़िया-समस्तीपुर रेलखंड के मध्य स्थित छोटे-बड़े स्टेशनों, रेल पुलों, रेलवे ट्रैक, समपार फाटक, स्टेशन परिसर, प्रतीक्षालय एवं रेल कॉलोनियों आदि का गहन निरीक्षण किया एवं साफ सफाई का जायजा लिया। महाप्रबंधक श्री त्रिवेदी मुख्यालय के विभागाध्यक्षों एवं समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अशोक महेश्वरी तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ सर्वप्रथम सहरसा स्टेशन पहुंचे जहां उन्होंने प्लेटफॉर्म संख्या दो एवं तीन पर नव विकसित हरित पट्टी, प्रतीक्षालय, पीआरएस एवं यूटीएस, सर्कुलेटिंग एरिया, हेल्थ यूनिट, रनिंग रूम, क्रू लॉबी एवं रेलवे कॉलोनी आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के साथ ही महाप्रबंधक द्वारा सहरसा स्टेशन पर नवनिर्मित बुकिंग कार्यालय एवं लिफ्ट का भी शुभारंभ एवं कैरेज एंड वैगन द्वारा नवनिर्मित अत्याधुनिक मोबाइल प्रशिक्षण यान ज्ञान गंगा का उद्घाटन किया गया।
महाप्रबंधक सहरसा स्टेशन पर उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले एक वर्षों में सहरसा में काफी कार्य किये गये हैं जिसमें सहरसा-गढ़बरूआरी-सुपौल रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया गया, जो काफी वर्षों से बंद था। सहरसा डिपो पूर्व मध्य रेल का पहला डिपो है, जहां से प्रारंभ होने वाली सभी एक्सप्रेस ट्रेनें एलएचबी रेक वाले हैं। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर सहित पूर्व मध्य रेल में काफी तेजी से विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है और एक साल के अंदर समस्तीपुर मंडल पूर्णत: विद्युतीकृत हो जायेगा। इससे हम और ज्यादा संख्या में मेमू ट्रेनों का परिचालन कर सकेंगे।
महाप्रबंधक ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों के लिए सबसे बड़ा कार्य यह हुआ है कि 1934 में जो कोसी नदी पर बना पुल भुकंप के कारण टूट गया था और तब से रेल परिचालन बंद था, अब हम कोसी को पार करते हुए रेल सुविधा देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और जल्द ही कोसी नदी पर बने नये पुल से होकर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जा सकेगा। कोसी नदी के एक तरफ हम सुपौल तक तथा दूसरी तरफ झंझारपुर तक ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ कर चुके हैं और इस वित्तीय वर्ष के अंत तक अर्थात फरवरी-मार्च तक सरायगढ़ तक ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ करने का लक्ष्य है और उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक सुपौल-सरायगढ़ होते हुए निर्मली तक हम रेल सुविधा उपलब्ध करा सकेंगे। इसके साथ ही इस क्षेत्र में रेल विकास की दिशा में एक कदम और बढ़ते हुए सुपौल से अररिया के लिए नई लाइन की भी मंजूरी दी जा चुकी है और जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है।
निरीक्षण के क्रम में महाप्रबंधक सोनबरसा कचहरी स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने स्टेशन, प्लेटफॉर्म आदि का निरीक्षण किया। साथ ही स्टेशन के पास स्थित प्वाइंट संख्या 52 तथा समपार संख्या 24 का भी निरीक्षण किया।


