ईसीआर को पूरी तरह विद्युतीकृत करने को हरसंभव कदम उठा रहे: महाप्रबंधक
महाप्रबंधक ने किया मुगलसराय मंडल के गया-पं.दीनदयाल उपाध्याय जं. रेलखंड का वार्षिक निरीक्षण
हाजीपुर। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक ललित चन्द्र त्रिवेदी ने मुगलसराय मंडल के वार्षिक निरीक्षण के क्रम में गया-पं.दीनदयाल उपाध्याय जं. रेलखंड के बीच छोटे-बड़े स्टेशनों, रेल पुलों, रेलवे ट्रैक, समपार फाटक, स्टेशन परिसर, प्रतीक्षालय एवं रेल कॉलोनियों आदि का गहन निरीक्षण किया गया। वार्षिक निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक महोदय ने स्टेशनों पर यात्री सुविधा से जुड़े प्रतिक्षालय, सर्कुलेटिंग एरिया, बुकिंग काउंटर एवं प्लेटफॉर्म, छोटे-बड़े पुल, कर्व आदि का निरीक्षण किया तथा साफ सफाई का जायजा लिया। श्री त्रिवेदी मुख्यालय के विभागाध्यक्षों एवं मुगलसराय मंडल के मंडल रेल प्रबंधक पकंज सक्सेना तथा अन्य उच्चाधिकारियों के साथ सर्वप्रथम गया जं. पहुंचे, जहां उन्होंने स्टेशन, प्लेटफॉर्म, फुड स्टॉल, सर्कुलेटिंग एरिया, गार्ड रनिंग रूम, क्रू-लॉबी, न्यू यूटीएस/पीआरएस बिल्डिंग आदि सहित अन्य यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया। गया में निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक द्वारा मुगलसराय मंडल में आपदा प्रबंधक योजना संबंधी पुस्तिकाओं का विमोचन व स्टेशन पर हेल्थ एटीएम/हेल्थ चेकअप मशीन का शुभारंभ किया। निरीक्षण के क्रम में महाप्रबंधक द्वारा इस्माइलपुर, रफीगंज, अनुग्रह नारायण रोड एवं सासाराम स्टेशनों का भी निरीक्षण किया गया।
महाप्रबंधक गया स्टेशन पर उपस्थित प्रेस मीडिया के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय रेल का लक्ष्य है कि टेÑनों की गति को बढ़ाया जाए एवं यात्री सुविधाओं को और अधिक उन्नत किया जाए। इसी दिशा में पूर्व मध्य रेल द्वारा कई कदम उठाये गये है, जिसका परिणाम है कि भारतीय रेल की सबसे महत्वपूर्ण ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड पर सभी टेÑनों का परिचालन 120 किमी/घंटा की गति से किया जा रहा है तथा इसे बढ़ाकर 160 किमी/घंटा करने का लक्ष्य है। पिछले वर्ष हमने ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड पर स्थित सोन ब्रिज पर तीसरी लाईन से होकर टेÑनों का परिचालन प्रारंभ किये हंै, जिससे इस खंड पर ट्रेनों के आवागमन में काफी सुधार हुआ है। इसी का परिणाम है कि आज देश के सभी पावर हाउसों को कोयले की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है तथा उनके पास कोयले की समुचित भंडार उपलब्ध हैं। महाप्रबंधक ने कहा कि मुगलसराय मंडल देश का पहला मंडल है, जो शत-प्रतिशत विद्युतीकृत हो चुका है और हम जल्द ही पूर्व मध्य रेल को पूरी तरह विद्युतीकृत करने हेतु हर संभव कदम उठा रहे हैं। विद्युतीकरण का सबसे बड़ा लाभ यह हुआ है कि आयातित डीजल पर से हमारी निर्भरता कम हो रही है, जिससे काफी मात्रा में विदेशी मुद्रा का बचत हो रहा है। साथ ही रेलखंडों के विद्युतीकृत हो जाने से हम पैसेंजर ट्रेनों को मेमू रेक में परिवर्तित कर रहे हैं, जिससे समय पालन में काफी सुधार हुआ है और यात्रियों को अब कम समय में उनके गंतव्य तक पहुंचा पा रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक परैया और गुरारू स्टेशन के बीच लघु पुल संख्या 395/ए का गहन निरीक्षण किया एवं वहां कार्य कर रहे गैंग संख्या 02 से पुल के रखरखाव एवं संरक्षा से जुड़े मानकों के अनुपालन आदि का जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में महाप्रबंधक इस्माइलपुर एवं रफीगंज स्टेशनों के बीच कर्व संख्या 03 एवं समपार संख्या 18 का गहन निरीक्षण किया। इसके साथ ही महाप्रबंधक द्वारा अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन और चिरैला पौथू के बीच स्थित वृहत पुल संख्या – 509 का भी गहन निरीक्षण किया गया एवं सुरक्षा मानकों का जायजा लिया गया। इसके उपरांत महाप्रबंधक रफीगंज स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने रेलवे कॉलोनी, स्टेशन परिसर, रफीगंज कर्षण केन्द्र एवं क्रासिंग नं. 52/ए का निरीक्षण किया। इसके साथ ही महाप्रबंधक द्वारा अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन, यूटीएस, पीआरएस, सर्कुलेटिंग एरिया, वीआईपी रूम एवं प्रतिक्षालय आदि का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा यात्रियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देष्य से एक नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया।


