ईद को ले कारखानों में बड़े पैमाने पर दिन-रात तैयार हो रहा लजीज सेवई लच्छा

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फुलवारी शरीफ। लॉकडाउन के बीच मुसलमानों का महापर्व ईद को लेकर बाजार सजे हुए हैं। कारोबारी संग रोजेदार पर्व को खुशनुमा बनाने के लिए जुटे हैं। कारखानों में बड़े पैमाने पर लजीज सेवई का निर्माण हो रहा है। रंग-बिरंगी सेवई लोगों को आकर्षित कर रही है। दिन भर इन दुकानों पर खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है।


सय्यद अहमद, शरीफ शायर, कौस सिद्दीकी, हाजी खुर्शीद हसन, मुन्ना, शिक्षक मो. रिजवान, स्पेशल सेल में इंस्पेक्टर कैसर यासीन, शिक्षाविद नजमुल हसन सहित कई रोजेदारों ने बातचीत में कहते हैं कि ईद पर मीठी सेवई का मजा ही अलहदा होता है। सेवई कहीं की हो पर स्वाद उसी में होता है, जो अच्छे आटे की हो और ठीक से भुनी हो। अब जब आटा ही घटिया होगा तो सेवई लजीज नहीं बन सकती। वैसे सेवई हर घर में बनती है पर लजीज कुछ ही घरों की होती है। खोवा, काजू, बादाम, किसमिस व दूध तो सभी डालते हैं पर जब तक सेवई मद्धम आंच में ठीक से भुनी नहीं जाएगी और बताशा बनाने जैसा शीरा नहीं मिलाया जाएगा तब तक सूखे फल चाहे जितना डाल दो, सेवई लजीज नहीं बन सकती। नया टोला ईसापुर, खालिपुरा, टमटम पड़ाव चौराहा, कर्बला आदि कई इलाके में ईद को लेकर दिन-रात सेवई लच्छा की कई किस्में तैयार करने में कारीगर दिन रात लगे हैं। ईद महापर्व से एक दिन पहले तक निर्माण चलेगा। रमजान के पहले रोजे के दिन से ही सेवई का निर्माण कराया जा रहा है। फुलवारी में बनी सेवई लच्छा जिले के विभिन्न कस्बों में मांग के अनुरूप आपूर्ति होती है।

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