इतने करोड़ की लागत से 5,462 बेड का विश्वस्तरीय अस्पताल बनेगा PMCH, पुनर्विकास परियोजना का CM नीतीश ने किया शिलान्यास

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) परिसर में भूमि पूजन एवं शिलापट्ट का अनावरण कर पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की पुनर्विकास परियोजना का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने हरित पौधा एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया। कार्यक्रम के दौरान पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की पुनर्विकास एवं परियोजना से संबंधित एक प्रस्तुतीकरण दिया गया।

छात्र जीवन से रहा पीएमसीएच से लगाव
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि हमारा भी छात्र जीवन से ही पीएमसीएच से लगाव रहा है। हम बगल के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे। श्रद्धेय अटल जी की सरकार में हमलोगों ने इस इंजीनियरिंग कॉलेज को एनआईटी में तब्दील कराया। पीएमसीएच का शुरू से अपना विशिष्ट महत्व रहा है। पहले पूर्वी भारत एवं नेपाल के लोग भी यहां इलाज के लिए आते थे। पीएमसीएच को और बेहतर बनाने के लिए अनेक डॉक्टरों से बातचीत होती रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगल पांडेय जब स्वास्थ्य मंत्री बने तो पीएमसीएच का पुनर्निमाण कर इसे विश्वस्तरीय बनाने की योजना पर तेजी से काम शुरू हुआ। इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमिटी भी बनाई गयी। आज के कार्यक्रम में एक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दिखाया गया है कि पीएमसीएच किस तरह से विश्वस्तरीय अस्पताल बनेगा। इसका निर्माण तीन चरणों में होगा। निर्माण के दौरान पीएमसीएच का काम प्रभावित नहीं होगा। यहां चिकित्सकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं के रहने के लिए आवास का बेहतर निर्माण भी किया जायेगा। इस परियोजना में एक-एक बिंदु का ध्यान रखा गया है। यह 5,540 करोड़ रुपये की लागत से 5,462 बेड का विश्वस्तरीय अस्पताल बनेगा।
परियोजना के पूर्ण होने का लक्ष्य 7 वर्ष
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में बताया गया है कि इस परियोजना के पूर्ण होने का लक्ष्य 7 वर्ष निर्धारित किया गया है। मेरी ख्वाहिश है कि इसका निर्माण कार्य 5 वर्षों में पूर्ण कर लिया जाय। निर्माण कार्य तेजी से हो, इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमिटी भी बनायें, जो इसका सतत अनुश्रवण करती रहे। हम भी निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए बिना बताए बीच-बीच में आते रहेंगे और जरुरी सुझाव देते रहेंगे। किसी प्रकार की जरुरत होने पर सरकार की तरफ से पूरा सहयोग दिया जाएगा। जितने संसाधन की जरुरत होगी, सब उपलब्ध कराए जाएंगे।
पीएमसीएच में हेलिकॉप्टर उतरने की होगी व्यवस्था
पीएमसीएच में लोगों के आवागमन को बेहतर बनाने के लिए इसे गंगा पथ से जोड़ा जा रहा है। अशोक राजपथ से भी एलिवेटेड सड़क बनाकर इसे जोड़ा जाएगा। यहां हेलिकॉप्टर के भी उतरने की व्यवस्था होगी ताकि गंभीर स्थिति वाले मरीजों को यहां लाने में सुविधा हो। यहां गाड़ियों की पार्किंग की भी उचित व्यवस्था होगी।
इन अस्पतालों में बेड बढ़ाने का निर्णय
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अस्पताल में सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज होगा और अनुसंधान कार्य भी किए जाएंगे। एनएमसीएच, एसकेएमसीएच और एएनएमसीएच अस्पतालों में भी बेड की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। हमलोगों का उद्देश्य है कि किसी को भी इलाज के लिए बिहार से बाहर जाना न पड़े।
2005 से पूर्व स्वास्थ्य की क्या स्थिति थी
उन्होंने कहा कि हमलोगों की सरकार आने के पहले राज्य में स्वास्थ्य की क्या स्थिति थी, सभी जानते हैं। वर्ष 2006 से ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाने के लिए काम किया गया। गांव में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जा रहा है। अब उनलोगों के लिये नई तकनीक के माध्यम से कई बीमारियों के इलाज का इंतजाम किया जा रहा है।
बिहार में कोरोना से मृत्यु दर 0.58% रही
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में कोरोना से जितने लोगों की मौत हुई उसकी तुलना में अपने देश में मरीजों की मौत कम हुई। देश में कोरोना से मृत्यु की दर 1.44 प्रतिशत रही जबकि बिहार में कोरोना से मृत्यु दर 0.58 प्रतिशत रही। 10 लाख की आबादी पर कोरोना संक्रमण की औसत जांच जितनी देश में हो रही है उससे 22 हजार ज्यादा जांच बिहार में हो रही है। प्रथम चरण के वैक्सीनेशन का काम पूरे देश में चल रहा है। दूसरे चरण के टीकाकरण में 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के साथ-साथ 50 वर्ष से कम आयु के गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों का वैक्सीनेशन कराया जाएगा। लोगों का वैक्सीनेशन नि:शुल्क कराया जा रहा है। बिहार में टीकाकरण का काम भी तेजी से हो रहा है।
इन्होंने किया संबोधित
कार्यक्रम को केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधायक नितिन नवीन, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत एवं पीएमसीएच के प्राचार्य विद्यापति चौधरी ने भी संबोधित किया।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पीएमसीएच के अधीक्षक आईएस ठाकुर, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, बीएसएमआईसीएल के प्रबंध निदेशक प्रदीप झा, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव कौशल किशोर, पुलिस महानिरीक्षक पटना रेंज संजय सिंह, जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा सहित वरिष्ठ चिकित्सक, पूर्व प्राचार्य, पूर्व अधीक्षक, चिकित्सक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।