आखिर सीएम नीतीश को क्यों कहना पड़ा, वोट नहीं देना है तो मत दो, लेकिन…

छपरा। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं द्वारा तरह-तरह के दावे-वादे किए जा रहे हैं। इस दौरान नेताओं को लोगों के विरोध का भी सामना पड़ रहा है। कुछ ऐसा ही दृश्य सीएम नीतीश की सभा में देखने को मिली। छपरा के परसा में चुनावी रैली के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क उठे। एक तरफ नीतीश कुमार का भाषण चल रहा था तो मंच के कुछ ही दूरी पर लालू-तेजस्वी जिंदाबाद के नारे गूंजने लगे। फिर क्या था सीएम नीतीश एकदम से उखड़ गए और युवाओं को नसीहत देते हुए जमकर लताड़ लगायी। नीतीश ने यहां तक कह दिया कि वोट नहीं देना है तो मत दो, लेकिन शांत रहो।
लालू के समधी व राजद से जदयू में शामिल हुए चंद्रिका राय के समर्थन में परसा विधानसभा क्षेत्र के डेरनी में आयोजित सभा को संबोधित करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे। मंच पर चंद्रिका राय और उनकी बेटी व तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय भी मौजूद थी। नीतीश ने भाषण देना शुरू किया तो कुछ युवाओं ने लालू-तेजस्वी जिंदाबाद के साथ ही लालू के समधी चंद्रिका राय के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इस पर नीतीश ने पूछा, “क्या बोल रहे हो जी, जो बोलना है हाथ उठा कर बोलो। भीड़ में खड़े होकर अनाप-शनाप क्यों बोल रहे हो। यहां पर हल्ला नहीं करो। तुमको अगर वोट नहीं देना है मत दो।” इसके बाद नीतीश कुमार ने सभा में मौजूद लोगों से कहा कि बताइए जरा कि ये जो हल्ला कर रहा है, वो सही है क्या?
सीएम नीतीश ने हल्ला कर रहे युवाओं से कहा कि जिसके लिए आए हो, उसका वोट ही बर्बाद करोगे। वो मेरे साथ था और छोड़कर भाग गया। नीतीश ने कहा, चंद्रिका राय के बारे में बोल रहे हो? उनके बारे में कुछ पता है? अभी बच्चे हो। बात नहीं सुननी है तो चलो निकलो यहां से।
सीएम नीतीश ने जदयू प्रत्याशी चंद्रिका राय के बारे में बताते हुुए कहा कि 1985 में जब आए तो विधानसभा के सदस्य के रूप में हम भी जुड़े हुए थे। तब ये कांग्रेस और हम विपक्ष में थे। तब उनका पहला भाषण सुना। जब इनकी पूरी बात हमने सुनी, हम अपनी सीट से उठकर इनके पास गए और इनको बधाई दी कि आपने कितनी अच्छी बात कही।
यहां तक की नीतीश कुमार ने राजद परिवार की बहु ऐश्वर्या के साथ हुए व्यवहार की चर्चा करते हुए कहा कि इतनी पढ़ी लिखी महिला हैं और इनके साथ कितना दुर्व्यवहार हुआ। किसी को कहीं से अच्छा नहीं लगा। हम लोग भी शादी में गए थे। जो भी हुआ कितना बुरा लगा। यह दृश्य नहीं होना चाहिए। नीतीश की नसीहत के बाद हल्ला-गुल्ला कुछ कम हो गया।
इससे पहले ऐश्वर्या ने सभा में मंच से अपने पिता चंद्रिका राय के लिए वोट मांगा। उन्होंने चुनाव प्रचार में भाग लेने और लोगों से मिलने का भी संकेत दिया। कहा कि मेरे पिता को तीर छाप पर बटन दबा कर जिताएं और नीतीश कुमार को सीएम बनाएं। यह परसा के मान-सम्मान की बात है। ऐश्वर्या ने नीतीश का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। अपने संबोधन के दौरान पिता चंद्रिका राय भी बेटी के साथ लालू परिवार के बर्ताव का जिक्र कर भावुक हो गए।

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