अब हिंदू-मुस्लिम के नाम पर कुत्सित राजनीति बंद हो जानी चाहिए : फकरे हसन
भागलपुर। राम मंदिर व बाबरी मस्जिद मसले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद अयोध्या में भूमि पूजन का कार्य पूरी शांति-सद्भाव और भाईचारे के साथ संपन्न हो गई। अब हम समझते हैं कि सदियों तक जिस मुद्दे को बुनियाद बनाकर नफरत की राजनीति की गई और दो समुदायों के बीच नफरत की खाई पाट दी गई थी, अब देश का एक बड़ा मुद्दा सुप्रीम कोर्ट द्वारा हल कर दिया गया है, यह गौरव की बात है। उक्त बातें पीर शाह दमड़िया के नायब सज्जादनशीं सैयद शाह फकरे आलम हसन ने कही।
उन्होंने कहा कि अब हम सब देशवासियों को चाहिए कि नफरत की तमाम बुनियादों को मिटाकर प्रेम और सद्भाव का वातावरण पूरे देश में बनाए रखें और हम केवल मुल्क की तरक्की और उन्नति के लिए कार्य करें, क्योंकि मुल्क की तरक्की से बढ़कर कोई धर्म और मजहब नहीं है। उन्होंने बताया कि धर्म और मजहब के नाम पर नफरत की खेती करना कहीं से भी जायज नहीं है और इससे मुल्क की तरक्की बाधित होती है। उन्होंने उम्मीद किया कि अब भारत देश में नफरत को बुनियाद बनाकर सियासत नहीं की जाएगी, बल्की तमाम देश के लोग को एकजुट होकर देश की तरक्की-एकता और अखंडता के लिए पूरी तन्मयता के साथ काम करेंगे।


