अब राबड़ी देवी को सदन में विरोधी दल के नेता पद से धोना पड़ेगा हाथ : मोदी

पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर राजद पर बड़ा हमला बोला। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि लालू प्रसाद की पार्टी ने कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में भी जिस निर्लज्जता के साथ सरकार के राहत कार्यों की सिर्फ आलोचना की, उस अंधी नकारात्मकता का फल है कि पार्टी के पांच विधान परिषद सदस्यों ने राजद से नाता तोड़ लिया। अब राबड़ी देवी को सदन में विरोधी दल के नेता पद से हाथ धोना पड़ेगा। मोदी ने आगे कहा कि उन्हें गरीबों-मजदूरों की पीड़ा पर राजनीति करने और विकास में अड़ंगेबाजी करने की सजा मिलना तय है।

https://youtu.be/IdvQzUrLxNE
लालू प्रसाद ने अपने अच्छे-बुरे हर दौर के साथी रघुवंश प्रसाद सिंह की सलाह न मान कर ऊँची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने के एनडीए सरकार के फैसले का विरोध जारी रखा और पुत्र मोह में उनकी लगातार उपेक्षा भी करते रहे।
एम्स में अपने बिस्तर से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से उनका… pic.twitter.com/7lUszwhBwf— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) June 23, 2020
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी मुखिया और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद ने अपने अच्छे-बुरे हर दौर के साथी रघुवंश प्रसाद सिंह की सलाह न मान कर ऊंची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने के एनडीए सरकार के फैसले का विरोध जारी रखा और पुत्र मोह में उनकी लगातार उपेक्षा भी करते रहे। कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद से पटना स्थित एम्स में अपने बिस्तर से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से रघुवंश प्रसाद सिंह का इस्तीफा भेजना जाहिर करता है कि राजद को परिवारवाद किस हद तक निगल चुका है।
लालू प्रसाद की पार्टी ने कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में भी जिस निर्लज्जता के साथ सरकार के राहत कार्यों की सिर्फ आलोचना की, उस अंधी नकारात्मकता का फल है कि पार्टी के पांच विधान परिषद सदस्यों ने राजद से नाता तोड़ लिया।
अब राबड़ी देवी को सदन में विरोधी दल…. pic.twitter.com/DXJvO1kI8S— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) June 23, 2020
सुशील मोदी ने राजद पर हमला जारी रखते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में जीरो पर आउट होने वाली पार्टी से एक साथ पांच माननीय सदस्यों का मोहभंग और वरिष्ठ पदाधिकारी का इस्तीफा देना तेजस्वी यादव के नेतृत्व को दूसरा बड़ा झटका है।