अब पूर्वी चंपारण के क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूर ने लगाई फांसी

मोतिहारी। अब बिहार के पूर्वी चंपारण स्थित एक क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बिहार के क्वारंटाइन सेंटर में आत्महत्या किए जाने की यह दूसरी घटना है। इसके पहले हाजीपुर के एक क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूर ने आत्महत्या कर ली थी। मरने के बाद उक्त मजदूर का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आया था। वहीं आज पूर्वी चंपारण के चकिया थाना के शीतलपुर पंचायत के हाताहरपुर गांव में बने एक क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूर ने पेड़ से लटक कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। मृतक महाराष्ट्र के कोल्हापुर से 14 दिन पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मोतिहारी लौटा था। उसके बाद यहां उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा था। एक दो दिनों में उसे छुट्टी मिलने वाली थी। लेकिन उसने अचानक फांसी क्यों लगा ली, जांच का विषय है।
मजदूर की मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने क्वारंटाइन सेंटर पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजन मांग कर रहे थे कि डीएम और एसपी को मौके पर बुलाया जाए। बाद में स्थानीय विधायक सचिंद्र सिंह, एसडीओ बृजेश कुमार और डीएसपी शैलेंद्र कुमार ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया। पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है।
