October 28, 2025

पटना में प्राइवेट अस्पताल के कैंपस में युवक की हत्या, गार्ड ने की पिटाई, अस्पताल पहुंचने से पहले मौत

पटना। राजधानी पटना से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां चोरी के शक में एक अज्ञात युवक की पिटाई कर उसकी जान ले ली गई। यह घटना पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल के कैंपस की है। बताया जा रहा है कि युवक अस्पताल परिसर में किसी अनजाने कारण से घुसा था और वहां से कुछ सामान उठाकर भागने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान अस्पताल के गार्ड और स्टाफ ने उसे पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी। गंभीर चोटों के कारण युवक की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई।
घटना की शुरुआत
घटना रविवार की देर रात की बताई जा रही है। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल के गेट पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने देखा कि एक अज्ञात युवक परिसर में घुसा और लोहे की छड़ जैसी चीजें उठाकर भागने लगा। सुरक्षा कर्मियों को शक हुआ कि वह चोरी करने आया है। उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह भागने लगा। गार्ड ने उसे पकड़ लिया और अस्पताल के कुछ अन्य कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद युवक की बेरहमी से पिटाई शुरू हो गई।
गंभीर हालत में ले जाया गया अस्पताल
पिटाई के बाद युवक की हालत बिगड़ गई। उसे बेहोशी की हालत में देखा गया तो अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में उसे पास के पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) भेज दिया। हालांकि, वहां पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। युवक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि युवक की उम्र लगभग 25 से 30 वर्ष के बीच होगी। उसके पास कोई पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं मिला है।
देर से दी गई पुलिस को सूचना
इस पूरे मामले में एक बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि घटना के लगभग दो से तीन घंटे बाद ही पुलिस को सूचना दी गई। अस्पताल के कर्मियों ने पहले आंतरिक रूप से मामले को संभालने की कोशिश की, लेकिन जब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और युवक की मौत हो गई, तब जाकर उन्होंने डायल 112 को सूचना दी। सूचना मिलते ही पाटलिपुत्र थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
गार्ड और स्टाफ हिरासत में
पुलिस ने अस्पताल के दो गार्ड और तीन अन्य स्टाफ को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें यह अंदेशा था कि युवक चोरी करने के इरादे से कैंपस में घुसा था। इसी शक में उन्होंने उसे पकड़ा और पिटाई कर दी। उनका कहना है कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि पिटाई इतनी गंभीर होगी कि युवक की मौत हो जाएगी।
पुलिस जांच में जुटी
पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने मौके से सभी सबूत एकत्र कर लिए हैं। कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जांच के लिए जब्त की गई है। फुटेज से यह स्पष्ट करने की कोशिश की जा रही है कि युवक कब और कैसे अस्पताल परिसर में दाखिल हुआ था, और पिटाई की घटना किन परिस्थितियों में हुई। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या युवक वास्तव में चोरी करने आया था या किसी अन्य कारण से कैंपस में पहुंच गया था।
अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल
घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। सवाल यह है कि जब युवक की हालत गंभीर हो गई थी, तब तुरंत पुलिस या एंबुलेंस को क्यों नहीं बुलाया गया। देरी के कारण उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। लोगों का कहना है कि यदि समय पर चिकित्सीय सहायता और पुलिस को सूचना दी जाती, तो शायद युवक की जान बचाई जा सकती थी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गई। स्थानीय लोगों ने अस्पताल प्रबंधन और सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ नाराजगी जताई। उनका कहना है कि चाहे चोरी का शक ही क्यों न हो, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। पिटाई कर किसी की जान लेना एक गंभीर अपराध है। यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के उस कठोर रवैये को भी उजागर करता है, जहां शक के आधार पर किसी को अपराधी मानकर सजा दे दी जाती है। कानून की नजर में किसी को दोषी साबित करने का अधिकार केवल न्याय व्यवस्था को है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल अस्पताल के गार्ड और कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।

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