पटना के कई गंगा घाटों पर बढ़ा जलस्तर, अलर्ट मोड पर प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात

पटना। बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे तटवर्ती इलाकों में दहशत का माहौल बन गया है। जिले के गांधी घाट, दीघा घाट, दानापुर और मनेर जैसे प्रमुख घाटों पर पानी खतरे के निशान के आसपास या उससे ऊपर बह रहा है। यह स्थिति आने वाले दिनों में और भी गंभीर हो सकती है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रभावित घाट और जलस्तर की स्थिति
डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर, पटना द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और कुछ घाटों पर यह चेतावनी स्तर से भी ऊपर पहुंच गया है। गांधी घाट पर जलस्तर सबसे अधिक बढ़ा हुआ पाया गया है। दीघा घाट और मनेर घाट पर भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इन क्षेत्रों में प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
प्रशासन की तैयारियां और टीमों की तैनाती
जलस्तर में वृद्धि के मद्देनजर पटना जिला प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरतते हुए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीमें घाटों पर तैनात कर दी हैं। ये टीमें संभावित बाढ़ या आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्रशासन ने घाट किनारे बसी बस्तियों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
नाविकों और आम नागरिकों के लिए चेतावनी
प्रशासन ने नाविकों को निर्देश दिया है कि वे अत्यधिक सावधानी बरतें और तेज बहाव वाले क्षेत्रों में नौका संचालन से बचें। साथ ही असुरक्षित घाटों पर आम नागरिकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। खासतौर से बच्चों और बुजुर्गों को नदी के पास जाने से मना किया गया है। नदी में डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने सख्ती से निगरानी के आदेश दिए हैं।
जलभराव और विस्थापन की आशंका
केंद्रीय जल आयोग ने जानकारी दी है कि अगले 24 से 48 घंटों में जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना है। यदि बारिश का दौर जारी रहा, तो घाट किनारे की बस्तियों में जलभराव हो सकता है और लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जाना पड़ सकता है। खासकर दीघा और गांधी घाट जैसे क्षेत्रों में स्थितियों के और खराब होने की आशंका है।
स्थानीय लोगों से प्रशासन की अपील
प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं लेकिन पूरी सतर्कता रखें। किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी नियंत्रण कक्ष को तुरंत सूचना दें। बच्चों को नदी के किनारे न जाने दें और प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। पटना में गंगा नदी का बढ़ता जलस्तर एक गंभीर प्राकृतिक चेतावनी है, जिससे निपटने के लिए प्रशासन ने समय रहते कदम उठाए हैं। हालांकि स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन खतरा टला नहीं है। आम लोगों की सजगता और प्रशासन की तत्परता ही इस आपदा से नुकसान को कम कर सकती है। ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह अफवाहों से बचे, प्रशासन का सहयोग करे और सुरक्षित स्थानों पर रहने का प्रयास करे।
