विवेक हत्याकांड : मां-बाप के कहने पर सौरभ ने की थी हत्या, तीन गिरफ्तार, एक पिस्टल, एक कट्टा व चार गोलियां बरामद

पटना। राजधानी पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के उत्तरी मंदिरी बापूनगर में 17 अक्टूबर को हुए विवेक हत्याकांड की गुत्थी पटना पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में मुख्य आरोपित सौरभ कुमार (द्वारिका स्कूल, बुद्धा कॉलोनी), मानस कुमार (राघोपुर, वैशाली) और सौरभ की मां सोनी देवी (द्वारिका स्कूल, बुद्धा कॉलोनी) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सौरभ और मानस के पास से एक पिस्टल और एक कट्टा व चार गोलियां पुलिस ने बरामद की है। बुद्धा कॉलोनी थानेदार निहार भूषण के मुताबिक इस मामले में पुलिस विवेक और सौरभ के पिता शंभू यादव को तलाश रही है।
दूसरे के झगड़े में कूदा था सौरभ
बीते 11 अक्तूबर को गांधी मैदान में क्रिकेट खेलने के दौरान मंदिरी के रहने वाले विवेक कुमार और आदर्श के बीच झगड़ा हो गया था। विवेक ने आदर्श के साथ मारपीट की थी। इसके बाद आदर्श ने अपने मामा सहित अन्य लोगों को गांधी मैदान बुला लिया। दोनों पक्षों में हुए झगड़े के दौरान विवेक भारी पड़ गया। इसके बाद आदर्श ने सौरभ सहित अन्य दोस्तों को बुलाया। सौरभ और विवेक के बीच पहले से विवाद चला आ रहा था। लिहाजा वह दूसरे के झगड़े में कूद गया। विवेक के घर पर जाकर सौरभ ने मारपीट की। बीच-बचाव करने आयी उसकी बहन पर भी उसने हाथ चला दिया। इस झगड़े के बाद विवेक की ओर से थाना जाने की बात कही गयी। इसके बाद सौरभ और विवेक के परिजन एक-दूसरे से मिले। सौरभ से विवेक के परिजनों ने माफी मांगने को कहा। उन्होंने सौरभ के सामने ऐसी शर्त रखी जिससे उसने माफी मांगने से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। इसी बीच सौरभ के घरवालों को पता चला कि विवेक उसके खिलाफ आपराधिक साजिश रच रहा है।
पुलिस की मानें तो सौरभ के मां-बाप ने उससे कहा कि इससे पहले कि विवेक कोई कदम उठाए, तुम उसे देख लो। इसके बाद सौरभ ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। पुलिस के मुताबिक, घटना के दिन 17 अक्तूबर को सौरभ, विवेक और मानस स्कूटी से बापूनगर मंदिरी मोहल्ले में पहुंचे। इसी बीच उनकी नजर विवेक पर पड़ी। दोनों पक्षों के बीच पहले बहस हुआ। इसके बाद सौरभ ने 7.65 के पिस्टल से विवेक के सिर में गोली मार दी। पुलिस की मानें तो दूसरी गोली मानस ने मारी। इसके बाद अपराधी कुछ ही दूरी पर लगे अपने स्कूटी को लाने गये। स्कूटी पर सवार होकर तीनों अपराधी लाश के बगल से गुजरे। आरा, छपरा सहित अन्य जगहों पर भागने के बाद जब वे पटना पहुंचे तो पुलिस को खबर मिली। तत्काल पुलिस ने विवेक और सौरभ को गिरफ्तार कर लिया।

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