आईआरसीटीसी होटल घोटाले में आज फैसला देगी दिल्ली कोर्ट, लालू-राबड़ी समेत पांच आरोपी

नई दिल्ली/पटना। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट बुधवार को एक बहुचर्चित मामले, आईआरसीटीसी होटल घोटाले में अपना फैसला सुनाने जा रही है। यह मामला कई वर्षों से अदालत में लंबित था और इसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, और अन्य प्रमुख आरोपियों को नामजद किया गया है। कोर्ट ने 29 मई को सुनवाई पूरी करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे अब सुनाया जाना है।
क्या है आईआरसीटीसी होटल घोटाला?
यह मामला उस समय का है जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। रेलवे के अधीन आने वाले पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल को आईआरसीटीसी को सौंपा गया था। इन होटलों को बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से निजी कंपनियों को लीज पर देने की योजना बनाई गई। इस प्रक्रिया में जिस कंपनी को टेंडर दिया गया, वह विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स थी। सीबीआई का आरोप है कि टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता बरती गई और पारदर्शिता का पालन नहीं हुआ।
सीबीआई की जांच और आरोपों की दिशा
सीबीआई के अनुसार, टेंडर प्रक्रिया में सीधे तौर पर तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की भूमिका थी। यह आरोप लगाया गया कि कोचर बंधुओं को होटल का टेंडर दिलाने के बदले लालू प्रसाद ने पटना में तीन एकड़ जमीन ली। यह जमीन पहले कोचर बंधुओं ने सरला गुप्ता की कंपनी को बेची और बाद में इस कंपनी का स्वामित्व लालू के परिवार की कंपनी के पास चला गया। यहीं पर बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा था।
एफआईआर और छापेमारी की कार्रवाई
17 जुलाई 2017 को सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद कोचर बंधुओं और अन्य आरोपियों के दिल्ली, पटना, रांची सहित 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई। इस पूरे प्रकरण में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, पीके गोयल (तत्कालीन आईआरसीटीसी एमडी) और विनय कोचर को आरोपी बनाया गया।
सुनवाई और संभावित सजा
इस मामले में अगर अदालत सीबीआई के पक्ष में फैसला देती है और सबूतों को पर्याप्त मानती है, तो दोषियों को सात साल तक की सजा हो सकती है। यह फैसला तेजस्वी यादव के राजनीतिक भविष्य पर भी असर डाल सकता है, क्योंकि वे वर्तमान में बिहार सरकार में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
जमानत पर चल रहे हैं लालू-राबड़ी
गौरतलब है कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव साल 2019 से ही जमानत पर हैं। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें और राबड़ी देवी को जमानत दी थी। ट्रायल के दौरान कई गवाहों और दस्तावेजों की जांच हुई है।
राजनीतिक और कानूनी असर
यह मामला केवल कानूनी दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। बिहार में में लालू प्रसाद यादव का परिवार केंद्र में है, और इस फैसले का असर आगामी चुनावी समीकरणों पर भी पड़ सकता है। आईआरसीटीसी होटल घोटाले में आज का दिन निर्णायक साबित हो सकता है। यदि अदालत दोष सिद्ध करती है तो लालू परिवार को कानूनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं विपक्ष को सत्तापक्ष पर हमला करने का एक नया अवसर मिल सकता है। सभी की नजरें अब अदालत के फैसले पर टिकी हुई हैं।

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