उत्तर भारत विरोधी बयान के लिये माफी भाजपा के मंत्री,कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा

पटना।भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार का कहना कि देश में रोजगार की कमी नहीं है लेकिन उत्तर भारत के नौजवानों में योग्यता की कमी है इसलिए लोग बेरोजगार हैं पर रोष व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि ऐसा ओछा बयान भाजपा के ही नेता दे सकते हैं।
राठौड़ ने कहा कि उत्तर भारत तो छोड़िये बिहार ज्ञान की धरती के लिए ही जाना जाता है, गौतम बुद्ध को भी ज्ञान प्राप्ति के लिए बिहार आना पड़ा, चाणक्य, सिक्खों के दसवें गुरू गोविन्द सिंह, आचार्य कृपलानी, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, यहां तक मंडन मिश्र के धर्मपत्नी से ही शंकराचार्य को शास्त्रार्थ में हार माननी पड़ी थी। बिक्रमशिला एवं नालंदा विश्वविद्यालय की गूँज पूरे विश्व में थी। माता सीता की भूमि अपना अपमान कभी नहीं सहन करेगी। कई राजनीतिक क्रांति की शुरूआत भी बिहार से हुई। उत्तर प्रदेश और बिहार की भूमि चैतन्य है, यहाँ के लोग चैतन्य हैं फिर भी इस तरह की बातें करना एक केन्द्रीय मंत्री के लिये बड़े शर्म की बात है।
राठौड़ ने कहा कि बिहार एवं उत्तर प्रदेश के बड़े नेता सुशील मोदी, गिरीराज सिंह आदि इस मामलें में चुप क्यों हैं? आप करें तो रासलीला और हम करें तो कैरेक्टर डीला, वाह री दुनियां।
उत्तर भारत की प्रतिभाओं को गाली देकर क्या साबित करना चाहते हैं मंत्री महोदय। अगर मंत्री महोदय तुरंत इस बात के लिये सार्वजनिक माफी नहीं मांगते तो उनके त्यागपत्र की मांग को लेकर बिहार के नौजवान राज्यव्यापी आंदोलन करेगा।

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