LJP में छिड़ा गृह युद्ध : चाचा और भतीजा अब एक-दूसरे को अपना दम दिखाने में जुटे, कुछ ऐसी है तैयारी

पटना। लोजपा की लड़ाई में चाचा और भतीजा अब एक-दूसरे को अपना दम दिखाने में जुट गए हैं। चिराग पासवान पहले से लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनके बगावती चाचा पशुपति कुमार पारस भी अब खुद को उसी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताने में जुटे हैं। राजनीतिक तौर पर शुरू हुई यह लड़ाई पारिवारिक और सार्वजनिक स्तर पर जा पहुंची है। इस बीच दोनों शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में जुटे हैं।
चिराग पासवान अपने पिता दिवंगत रामविलास पासवान की जयंती 5 जुलाई को आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे। इस दिन हाजीपुर की दलित बस्ती में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत एक समारोह होगा। इसमें रामविलास पासवान की जयंती मनाई जाएगी। समारोह में चिराग पासवान खुद मौजूद रहेंगे। उसी दिन हाजीपुर से वे अपनी आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत करेंगे। बता दें हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से कई बार उनके पिता सांसद चुने गए थे। अब उनके बगावती चाचा वहां से सांसद हैं। इसलिए दम दिखाने की शुरूआत भी हाजीपुर से ही होगी। इसके बाद पिता की पहली पुण्यतिथि पर अक्टूबर माह में चिराग राज्य में पदयात्रा की शुरूआत कर विपक्षियों पर हमला बोलेंगे।
6 जुलाई को जमुई में रहेंगे चिराग
पार्टी सूत्रों ने बताया कि बिहार में चिराग पासवान के आने और उनके मूवमेंट को लेकर एक खाका तैयार किया जा रहा है। इस काम को कोई और नहीं, बल्कि कार्यकारी की जगह पूर्ण रूप से प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए पूर्व विधायक राजू तिवारी कर रहे हैं। राजू तिवारी ने बताया कि आशीर्वाद यात्रा के पहले चरण में हाजीपुर के बाद 6 जुलाई को चिराग पासवान अपने संसदीय क्षेत्र जमुई में रहेंगे। जनता के बीच अपनी बातों को रखेंगे। वहां से उनकी यात्रा 7 जुलाई को समस्तीपुर पहुंचेगी। यह संसदीय क्षेत्र उनके चचेरे भाई और सांसद प्रिन्स राज का है। कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के समर्थन से वहां भी शक्ति प्रदर्शन होगा। फिर 8 जुलाई को चिराग बेगूसराय में रहेंगे। श्री तिवारी का कहना है कि इस यात्रा के तहत हर कार्यक्रम कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही होंगे।
रामविलास की पुण्यतिथि पर पूरे बिहार में पदयात्रा की तैयारी
आशीर्वाद यात्रा का दूसरा चरण अक्टूबर में शुरू होगा। 8 अक्टूबर को रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि है। इसी दिन चिराग पैदल यात्रा पर निकलेंगे। पूरे बिहार में वे पदयात्रा के जरिए सीधे जनता के बीच जाएंगे और अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत करने की कोशिश करेंगे। इसके लिए भी डिटेल प्लान तैयार किया जा रहा है।
पारस देंगे भाई की जयंती पर भोज
वहीं बागी पशुपति पारस की तरफ से पहले ही बता दिया गया है कि 5 जुलाई को दिवंगत अपने भाई रामविलास पासवान की जयंती पर 10 हजार लोगों को भोज कराएंगे। सरकार से इसके लिए जगह की मांग की जा रही है।

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