1 से 19 जनवरी तक होगी यूजीसी-नेट की परीक्षा, अभ्यर्थी 10 दिसंबर करें ऑनलाइन आवेदन

नई दिल्ली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यूजीसी-नेट परीक्षा की तिथियों की घोषणा कर दी है। यह परीक्षा 1 जनवरी से 19 जनवरी 2025 के बीच आयोजित की जाएगी। यूजीसी-नेट के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और इच्छुक अभ्यर्थी 10 दिसंबर 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्रता तय करने का एक प्रमुख जरिया है।
आवेदन प्रक्रिया और सुधार की सुविधा
यूजीसी-नेट के लिए आवेदन प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट पर शुरू हो गई है। अभ्यर्थियों को समय पर आवेदन करने और निर्धारित समयसीमा का पालन करने की सलाह दी गई है। आवेदन पत्र में किसी भी त्रुटि को सुधारने का अवसर 13 और 14 दिसंबर 2024 को दिया जाएगा। इसके बाद, परीक्षा केंद्रों की सूची जारी की जाएगी।
परीक्षा का महत्व
यूजीसी-नेट भारत में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्रता निर्धारित करने वाली राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। यह परीक्षा उच्च शिक्षा और शोध क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है।
जून सत्र की परीक्षा में आई गड़बड़ियां
इससे पहले, जून 2024 सत्र में आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा में गड़बड़ियों के आरोप सामने आए थे। परीक्षा के एक दिन बाद ही इसे रद्द कर दिया गया था। गृह मंत्रालय ने कहा था कि गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए परीक्षा रद्द करना जरूरी था। बाद में यह परीक्षा 21 अगस्त से 4 सितंबर 2024 के बीच कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस घटना ने परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर एनटीए की जिम्मेदारियों को बढ़ा दिया है। इसके बाद परीक्षा के आयोजन और निगरानी में कई सुधार किए गए। पेपर 1 यह शिक्षण और शोध योग्यता का परीक्षण करता है। इसमें सामान्य जागरूकता, रीजनिंग, और शिक्षण-अधिगम पर आधारित प्रश्न होते हैं। पेपर 2 इसमें उम्मीदवार द्वारा चुने गए विषय से संबंधित प्रश्न होते हैं। दोनों पेपर कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में होते हैं, और कुल 300 अंकों के लिए प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए चार विकल्प दिए जाते हैं, जिसमें से एक सही उत्तर होता है। यूजीसी-नेट परीक्षा लाखों छात्रों के लिए उच्च शिक्षा और शोध क्षेत्र में अवसरों का मार्ग खोलती है। एनटीए ने परीक्षा प्रक्रिया को सुचारु और पारदर्शी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। अभ्यर्थियों को समय पर आवेदन करने और परीक्षा की तैयारी में जुटने की आवश्यकता है। यह परीक्षा केवल एक योग्यता का प्रमाण नहीं है, बल्कि एक उज्जवल भविष्य की दिशा में पहला कदम है।
