31 दिसंबर से 7 जनवरी तक होगी यूजीसी की परीक्षाएं, अभ्यर्थी करें आवेदन, एनडीए के निर्देश जारी
नई दिल्ली। देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों में असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए आयोजित होने वाली प्रतिष्ठित परीक्षा यूजीसी नेट 2025 का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि दिसंबर सत्र की परीक्षा 31 दिसंबर 2025 से 7 जनवरी 2026 के बीच आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा का इंतजार कर रहे लाखों अभ्यर्थियों के लिए यह बड़ी खबर है।
आवेदन प्रक्रिया शुरू
एनटीए ने यूजीसी नेट दिसंबर सत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। अभ्यर्थी एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय उम्मीदवारों को अपने आधार कार्ड, शैक्षणिक प्रमाणपत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज तैयार रखने की सलाह दी गई है ताकि फॉर्म भरते समय कोई त्रुटि न हो। आवेदन की अंतिम तिथि और परीक्षा केंद्र से जुड़ी जानकारी एनटीए की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।
परीक्षा का पैटर्न और मोड
यूजीसी नेट परीक्षा पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड में आयोजित की जाएगी। परीक्षा दो पेपरों में विभाजित होती है — पहला पेपर सामान्य योग्यता, तर्कशक्ति, शिक्षण एवं अनुसंधान अभिरुचि पर आधारित होता है, जबकि दूसरा पेपर विषय-विशेष से संबंधित प्रश्नों पर केंद्रित रहता है। इसमें उम्मीदवार के चयनित विषय से जुड़ी गहन जानकारी की जांच की जाती है। पहले पेपर में रीजनिंग, इंग्लिश, डेटा इंटरप्रिटेशन, जनरल अवेयरनेस, और टीचिंग एप्टीट्यूड जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। दूसरा पेपर उम्मीदवार के विषय पर आधारित होता है, जो विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद या जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए योग्यता का निर्धारण करता है।
परीक्षा का उद्देश्य
यूजीसी नेट परीक्षा का मुख्य उद्देश्य देशभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित करना है। इस परीक्षा के माध्यम से उम्मीदवारों को दो तरह की योग्यता दी जाती है — एक, असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए पात्रता, और दूसरी, जूनियर रिसर्च फेलोशिप प्राप्त करने का अवसर। जेआरएफ मिलने पर उम्मीदवार शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं और विश्वविद्यालयों में पीएचडी के दौरान उन्हें मासिक वजीफा भी प्रदान किया जाता है।
एनटीए के निर्देश
एनटीए ने उम्मीदवारों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आवेदन पत्र भरते समय सही जानकारी दें, क्योंकि एक बार आवेदन जमा होने के बाद उसमें सुधार की सीमित सुविधा ही दी जाती है। अभ्यर्थियों को यह भी सलाह दी गई है कि वे परीक्षा केंद्र का चयन सावधानीपूर्वक करें और परीक्षा की तारीख से पहले एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लें। साथ ही एनटीए ने कहा है कि उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर निर्धारित समय से पहले पहुंचना चाहिए और सभी दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।
कठिन परीक्षा के लिए रणनीति
यूजीसी नेट देश की कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसलिए अभ्यर्थियों को इसके लिए सुविचारित रणनीति के साथ तैयारी करनी चाहिए। सबसे पहले, उन्हें अपने विषय के सिलेबस को पूरी तरह समझना होगा और विषयवार अध्ययन की योजना बनानी होगी। प्रतिदिन तय समय में अध्ययन करने के साथ-साथ मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करना अत्यंत आवश्यक है। इससे न केवल समय प्रबंधन में मदद मिलती है, बल्कि परीक्षा के पैटर्न की समझ भी बढ़ती है। अभ्यर्थियों को चाहिए कि वे प्रत्येक विषय के मुख्य बिंदुओं के संक्षिप्त नोट्स तैयार करें ताकि परीक्षा के अंतिम दिनों में त्वरित पुनरावृत्ति की जा सके। समय-समय पर सेल्फ असेसमेंट करते रहें और कमजोर हिस्सों पर विशेष ध्यान दें।
आत्मविश्वास और समय प्रबंधन का महत्व
यूजीसी नेट में सफलता केवल ज्ञान पर निर्भर नहीं करती, बल्कि आत्मविश्वास और समय प्रबंधन भी अहम भूमिका निभाते हैं। उम्मीदवारों को पढ़ाई, रिवीजन और टेस्ट प्रैक्टिस के बीच संतुलन बनाना चाहिए। परीक्षा के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखना उतना ही जरूरी है जितना कि विषय की तैयारी। एनटीए द्वारा यूजीसी नेट 2025 की तिथियों की घोषणा के साथ ही अभ्यर्थियों की तैयारी का नया दौर शुरू हो गया है। अब समय है कि उम्मीदवार अपनी रणनीति को मजबूत करें, नियमित अभ्यास करें और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं। सही दिशा में की गई मेहनत और योजनाबद्ध अध्ययन इस कठिन परीक्षा में सफलता की कुंजी साबित हो सकते हैं।


