बिहार के कई जिलों में वर्षा के साथ वज्रपात का अलर्ट, पटना में बढ़ेगा तापमान

पटना। बिहार में मौसम में बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में वर्षा की गतिविधियों में कमी देखी जा रही है और अगले कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई गई है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, राज्य के कुछ जिलों में आज वज्रपात के साथ बारिश हो सकती है। इसके अलावा, कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा का भी अनुमान है। पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सारण और सीवान जिलों में आज हल्की या मध्यम बारिश होने की संभावना है, और वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, और मुजफ्फरपुर में भी हल्की या मध्यम बारिश की उम्मीद है। राज्य के पूर्वी इलाकों में भी बादल छाए रहेंगे और बहुत हल्की वर्षा हो सकती है। इसमें भागलपुर, मुंगेर, किशनगंज, सुपौल और अररिया शामिल हैं। राजधानी पटना और दक्षिण बिहार के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना कम है, और तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों में राज्य में बारिश की संभावना कम हो जाएगी, हालांकि कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है। रविवार को सुबह मानसून सक्रिय रहा, लेकिन दोपहर के बाद यह कमजोर हो गया। रविवार को औरंगाबाद, बक्सर, रोहतास, नालंदा, नवादा, जमुई और बांका जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। वहीं, मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश सीतामढ़ी में 135 मिलीमीटर दर्ज की गई है। पश्चिम चंपारण में 121.4 मिलीमीटर, दरभंगा में 80.6 मिलीमीटर, मधुबनी में 76.6 मिलीमीटर, खगड़िया में 73.2 मिलीमीटर, रोहतास में 72 मिलीमीटर, मुजफ्फरपुर में 60.8 मिलीमीटर, मुंगेर में 59 मिलीमीटर, और भोजपुर में 58.5 मिलीमीटर वर्षा हुई। रविवार को दक्षिण और उत्तर बिहार के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई। राजधानी पटना में तापमान में 0.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई, जिससे अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य में सबसे अधिक तापमान मधुबनी में 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मुजफ्फरपुर में सबसे कम 29.4 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य का औसत तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा। इस समय बिहार में मौसम की स्थिति में धीरे-धीरे बदलाव हो रहा है। मानसून की सक्रियता में कमी आ रही है, जिससे प्रदेश के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि कुछ इलाकों में बारिश की संभावना बनी रहेगी, लेकिन इसकी मात्रा कम होगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और भी वृद्धि होने की संभावना है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में गर्मी बढ़ सकती है। इस बीच, राज्य के विभिन्न जिलों में हुई बारिश ने किसानों को थोड़ी राहत दी है, लेकिन बारिश की मात्रा में कमी और तापमान में बढ़ोतरी से किसानों के लिए चिंता भी बनी हुई है। खेतों में पानी की कमी का असर फसलों पर पड़ सकता है, इसलिए किसानों को इस बदलाव से निपटने के लिए तैयारी करनी होगी। वज्रपात की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। मानसून के इस दौर में बिजली गिरने की घटनाएं आम हो जाती हैं, जो जान-माल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि वे खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और खुले क्षेत्रों से दूर रहें। पटना सहित बिहार के दक्षिणी हिस्सों में बारिश की संभावना कम होने से तापमान में वृद्धि होगी। इससे लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ेगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बारिश नहीं हो रही है। आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ने से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है, जैसे हीट स्ट्रोक आदि। इस स्थिति में लोगों को खुद को हाइड्रेटेड रखना और गर्मी से बचने के उपाय अपनाने की आवश्यकता है। राज्य में मानसून की गतिविधियों में कमी आने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि अब धीरे-धीरे मानसून का असर कम हो जाएगा। हाल के दिनों में हुई बारिश ने फसलों और जल स्तर में सुधार किया है, लेकिन आगे तापमान में वृद्धि से जल संकट की स्थिति भी बन सकती है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बहुत कम बारिश की संभावना जताई है, जिससे राज्य के जल स्रोतों पर दबाव बढ़ सकता है। अतः मौसम में आ रहे इस बदलाव को देखते हुए लोगों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों और सुझावों का पालन करना चाहिए। यह समय सावधानी बरतने का है ताकि बदलते मौसम के कारण होने वाले किसी भी नुकसान से बचा जा सके।
