पटना एम्स की महिला डॉक्टर के साथ तीन युवकों ने बीच रोड पर की छेड़खानी, पुलिस ने दर्ज किया मामला

पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक महिला डॉक्टर के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है, जिससे शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। यह घटना गुरुवार को फुलवारी शरीफ थाने के पास नया टोला इलाके में हुई, जब एम्स पटना की एक महिला डॉक्टर अपनी स्कूटी से अस्पताल जा रही थीं। इस बीच बाइक सवार तीन युवकों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। महिला डॉक्टर ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि गुरुवार को फुलवारी शरीफ इलाके में सड़क पर जाम लगा हुआ था। इसी दौरान बाइक पर सवार तीन युवकों ने उनका पीछा करना शुरू किया और छेड़खानी की। महिला डॉक्टर ने युवकों को जमकर फटकार भी लगाई। घटना के बाद डॉक्टर ने तुरंत फुलवारी शरीफ थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। फुलवारी शरीफ के एसडीपीओ सुशील कुमार ने घटना की पुष्टि की और कहा कि पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब पीड़िता जाम में फंसी हुई थीं। बाइक सवार तीन युवकों ने मौके का फायदा उठाकर महिला डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया। थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि आरोपियों की पहचान के लिए इलाके के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह घटना पटना जैसे बड़े शहर में महिला सुरक्षा को लेकर चिंताजनक है। सड़क पर खुलेआम इस तरह की हरकतें न केवल महिलाओं के लिए खतरा हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि अपराधी कानून से कितना बेखौफ हैं। इस घटना ने आम जनता के बीच गुस्से और चिंता की लहर पैदा कर दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला सुरक्षा के लिए प्रशासन को अधिक सक्रिय और जिम्मेदार होने की जरूरत है। इस घटना के दौरान महिला डॉक्टर ने हिम्मत दिखाते हुए न केवल युवकों को फटकार लगाई, बल्कि तुरंत पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई। यह कदम समाज में अन्य महिलाओं के लिए एक उदाहरण है कि ऐसी घटनाओं पर चुप न रहें और अपराधियों के खिलाफ आवाज उठाएं। इस घटना ने पटना में महिला सुरक्षा के लिए बेहतर कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया है। सड़क पर गश्त बढ़ाने, सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता सुनिश्चित करने की जरूरत है। साथ ही, अपराधियों को कड़ी सजा देकर एक सख्त संदेश देना आवश्यक है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। फुलवारी शरीफ में हुई यह घटना न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी बताती है कि शहर में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। हालांकि, पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाई है और आरोपियों की पहचान के लिए काम कर रही है। महिला डॉक्टर की जागरूकता और साहस की सराहना की जानी चाहिए। यह घटना प्रशासन के लिए एक सबक है कि वे महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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