बिहार के तीन नए जिलों में बनेंगे शानदार तारामंडल, जमीन चिन्हित, केंद्रीय टीम जल्द करेंगी निरीक्षण

पटना। बिहार के पूर्णिया समेत तीन जिलों में तारामंडल जल्द स्थापित होंगे। जमुई, पूर्णिया और मोतिहारी में तारामंडल स्थापना के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। इन तीनों जगह चिह्नित जमीन पर तारामंडल स्थापित करने की कार्रवाई शुरू करने के संबंध में राज्य सरकार ने केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय को पत्र भेज दिया है। केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय की टीम तीनों जिलों में चिह्नित जमीन का निरीक्षण करने आयेगी। केंद्रीय टीम द्वारा तारामंडल के लिए उपयुक्त जमीन के संबंध में रिपोर्ट देने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी। केंद्रीय मंत्रालय की देखरेख में ही तारामंडल का भवन निर्माण होगा। एक तारामंडल की स्थापना पर लगभग 13 करोड़ राशि खर्च होती है। किसी भी राज्य में तारामंडल की स्थापना के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बराबर राशि खर्च करने का प्रावधान है। अभी राज्य में पटना और दरभंगा में तारामंडल है। पटना में स्थापित तारामंडल में चार थीम पर शो दिखाए जा रहे हैं। दरभंगा तारामंडल के संचालन की जिम्मेदारी वहां के इंजीनियरिंग कॉलेज प्रबंधन को दी गई है। यहां तारामंडल के माध्यम से बच्चों और लोगों को सौरमंडल से संबंधित विशेष जानकारी मिल रही है। पटना तारामंडल में अत्याधुनिक प्रोजेक्टर और सुपर कम्प्यूटर के माध्यम से तारामंडल में शो चलते हैं। लेजर के माध्यम से थ्री डी पिक्चर दिखाया जाता है। थ्री डी पिक्चर देखने के लिए दर्शकों को थ्री डी चश्मा दिया जाता है। एक चश्मे की कीमत 12 हजार रुपए हैं। चश्मा को क्षति पहुंचाने पर दर्शक से 4 हजार रुपए जुर्माना का भी प्रावधान है। शो समाप्त होने के बाद प्रत्येक चश्मा को स्ट्रलाइज किया जाता है। विज्ञान प्रौद्योगिकी व तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में तारामंडल स्थापित करने का लक्ष्य है। अभी जमुई, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में तारामंडल के लिए जमीन चिह्नित हो गई है। जल्द यहां तारामंडल स्थापित होंगे।
