डीएम का बड़ा फैसला : तीन शवदाह गृह होंगे चालू, शव को जलाने के लिए नहीं करना पड़ेगा घंटों इंतजार

पटना । राजधानी पटना में बांस घाट पर शव को जलाने के लिए लोगों को काफी इंतजार करना पड़ता है। ऐसी तस्वीरें भी मीडिया में आई थीं। इसको लेकर पटना के डीएम ने एक बड़ा फैसला लिया है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पटना के तीन अतिरिक्त शवदाह गृह को चालू करने का आदेश दिया है। शवों का अंतिम संस्कार करने में मृतकों के परिजनों को हो रही परेशानी को देखते हुए डीएम ने यह बड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि पटना का खाजेकलां घाट विद्युत शवदाह गृह दो माह से बंद है। इसे कुछ माह पहले ही चालू किया गया था। यहां भी संक्रमितों का शव जलाना है। शवदाह गृह खराब रहने के कारण यहां शव नहीं जलाए जा सकते हैं. इसलिए डीएम ने इसे भी चालू करने का आदेश दिया है।

हाल ही मीडिया में ये खबरें सामने आई थीं कि बांस घाट पर शवों का अंतिम संस्कार करने में लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। इसके बाद पटना के डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने खुद शवदाह गृहों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि पटना के बांस घाट को छोड़कर, बाकी सभी घाटों पर विद्युत शवदाह गृह खराब पड़े थे। ऐसे में उन्होंने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर उन्हें जल्द ठीक कराने की बात कही। जिन घाटों पर व्यवस्था दुरुस्त करने का आग्रह किया गया है, उनमें गुलबी घाट और पटना सिटी स्थित खाजेकलां घाट शामिल हैं।

आपको बता दें कि पटना नगर निगम ने संक्रमितों के शवों को जलाने के लिए अलग टीम तैनात की है। पटना में तीन विद्युत शवदाह गृहों में कोरोना संक्रमितों के शवों को जलाने की व्यवस्था है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दिनों पटना के बांसघाट विद्युत शवदाह गृह में बीते दिन तक 42 घंटे के दौरान 43 शवों का दाह संस्कार किया गया। रविवार की रात 12 बजे से सोमवार की रात 12 बजे तक 24 शव जलाए गए। सोमवार की रात से मंगलवार की शाम 19 शव जलाए जा चुके थे। जबकि10 शव इसके बाद भी जलाए गए। दाह संस्कार के लिए आठ से 10 घंटों तक का इंतजार करना पड़ रहा है।

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