ऑपरेशन सिंदूर के बाद सरकार ने कल बुलाई सर्वदलीय बैठक, रक्षा मंत्री करेंगे अध्यक्षता, प्रमुख दलों के नेता होंगे शामिल

नई दिल्ली। पहलागाम में हुए आतंकी हमले का कड़ा जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नेस्तनाबूद कर दिया। इस सीमित एयर स्ट्राइक के बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और आगामी रणनीतियों पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक 8 मई को पूर्वाह्न 11 बजे संसद पुस्तकालय भवन में आयोजित की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बैठक की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) के जरिए साझा की। उन्होंने कहा, “सरकार सभी दलों को इस अहम कार्रवाई और वर्तमान स्थिति से अवगत कराना चाहती है। इसलिए 8 मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें देश के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता भाग लेंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव सहित विपक्षी और सत्ताधारी गठबंधन NDA के सभी सहयोगी दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। बैठक का उद्देश्य सभी दलों को सैन्य कार्रवाई की जानकारी देना और संभावित कूटनीतिक दिशा पर चर्चा करना है। सरकार ने बुधवार को पुष्टि की कि भारतीय सेना द्वारा की गई यह कार्रवाई पूर्णतः सीमित और विशेष उद्देश्यों के तहत की गई है। सेना ने खुफिया इनपुट के आधार पर आतंकियों के उन ठिकानों को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ योजनाएं बनाई जा रही थीं। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में टारगेट किए गए सभी स्थानों को सटीकता से तबाह किया गया और इसमें किसी भी प्रकार की नागरिक क्षति नहीं हुई। ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले में कई जवान शहीद हो गए थे और इसे लेकर देशभर में गुस्सा था। इस हमले के बाद सरकार पर तीव्र प्रतिक्रिया देने का दबाव था, जिसे देखते हुए भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए यह जवाबी कार्रवाई की। विशेषज्ञों के अनुसार, यह ऑपरेशन एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। यह कार्रवाई न केवल सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी भारत की दृढ़ इच्छा शक्ति को दर्शाती है। अब सबकी निगाहें 8 मई को होने वाली सर्वदलीय बैठक पर टिकी हैं, जहां सरकार द्वारा सभी दलों को ब्रीफ किया जाएगा और देश की एकजुटता को प्रदर्शित किया जाएगा। यह बैठक आने वाले दिनों में भारत की राजनीतिक और कूटनीतिक दिशा को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
